सतेंद्र पाठक की रिपोर्ट :
बेतिया : हर एक घर में शौचालय हो और घर के सभी सदस्यों शौचालय का उपयोग करेंगे। तब हमारा भौगोलिक परिवेश पूर्ण स्वक्ष होगा। गांव घर गली खेत खलिहान में कहीं गंदगी नहीं फैलेगी और इस प्रकार गन्दगी से फैलने वाली बीमारियों से लोगों को बचाया जा सकता है। इसलिए यह आवश्यक है कि शौचालय विहीन सभी घरों में एक-एक शौचालय का निर्माण कराया जाना है और इसका उपयोग करने के लिए लोगों को प्रेरित करने की जरूरत है। मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह मिशन निदेशक लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान बिहार ग्रामीण विकास विभाग बाल मुरुगन डी ने कहा कि शौचालय की आवश्यकता के बारे में लोगों को बताया जाए, ताकि उन्हें अपने एवं परिवार के लिए शौचालय की आवश्यकता महसूस हो और इसके निर्माण के लिए स्वच्छ उत्सुक हो। वह समाहरणालय सभा कक्ष में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार द्वारा पश्चिम चंपारण जिला को चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष में पूर्ण ओडीएफ करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हम इस लक्ष्य को सामूहिक प्रयास से हासिल कर सकेंगे। इसमें सभी विभागों के पदाधिकारियों, कर्मियों को सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण कार्य को परिवार की प्रतिष्ठा का विषय बनाना होगा। लोगों को शौचालय के निर्माण के लिए प्रेरित करना होगा। सब जिला को पूर्ण ओडीएफ करने का लक्ष्य आसानी से हासिल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पश्चिम चंपारण जिला में शौचालय निर्माण का कार्य हो रहा है। इस कार्य में गति प्रदान करने हेतु लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के राज्य स्तरीय समन्वयकों/उत्प्रेरकों के दल को बेतिया लेकर आए हैं। यह जिला स्तरीय दल को शौचालय निर्माण के लक्ष्य को हासिल करने हेतु योजना बनाने और इसके कार्यान्वयन कराने में मदद करेगी।
इस हेतु सभा कक्ष में जिला स्तरीय, अनुमंडल स्तरीय, प्रखंड स्तरीय दलों को योजना बनाने एवं इसके कार्यान्वयन कार्य में क्षमता वर्धन हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यालय में राज्य स्तरीय दलों द्वारा मार्गदर्शन प्रदान किया गया। इसके पूर्व बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला पदाधिकारी पश्चिम चंपारण लौकेश कुमार सिंह ने कहा कि जिला में शौचालय निर्माण कार्य कराया जा रहा है। लेकिन इस कार्य में और गति लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर 2017 को जिला को ओडीएफ कराना है। इसलिए लोगों को जागरुक करने और शौचालय का निर्माण कार्य चलाना होगा।
उन्होंने कहा कि शौचालय का निर्माण एवं इसके उपयोग हेतु लोगों का व्यवहार परिवर्तन कर एक दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। शौचालय निर्माण कार्य का अनुश्रवण करने हेतु वरीय पदाधिकारियों को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि निर्धारित समय में अच्छी गुणवत्ता पूर्ण शौचालय निर्माण कार्य पूरा करने की जवाबदेही वरीय पदाधिकारियों की होगी। इस कार्यशाला में डीएम पश्चिम चंपारण लौकेश कुमार सिंह, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह मिशन निदेशक बालामुरुगन डी, डीडीसी राजेश मीणा, निदेशक, डीआरडीए, तारीख इकबाल सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहें।