राम धीरज यादव की रिपोर्ट
रामसनेहीघाट बाराबंकी। योगी सरकार में दबंगई पर उत्तरे सरहंग जबरिया किसी के खेत/घर में रास्ता निकाल पटान करने की जद्दोजहद का प्रयास कर रहे हैं तो वही भूमि स्वामी न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाते हुए प्रदेश के मुखिया मा० मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाकर अपनी फरियाद किया है ।
ज्ञात हो कि तहसील रामसनेहीघाट के थाना असन्द्रा ग्राम अमहिया निवासी मोहम्मद कयूम पुत्र रियासत ने मा० मुख्यमंत्री को जरिए डाक भेजे गए शिकायत में आरोप लगाया है कि इसके दरवाजे से ताजिया दारो का रास्ता है उसी रास्ते को ग्रामवासी सलेमान पुत्र अब्दुल अहमान गुड़िया पत्नी सलेमान व जावेद पुत्र मनान आदि लोग इसे बेजा गालियां देते हैं तथा एलानिया चुनौती व धमकी देते हैं कि हम लोगों को रास्ते को पाटकर कर रास्ता निकाल लेंगे चाहे हमें कत्ल ही क्यों ना करना पड़े यह एक राय होकर हर तरह से परेशान करने पर तुले हुए हैं मोहम्मद काय्यूम की गरीबी का नाजायज लाभ यह दबंग लोग उठाना चाहते हैं और अमादा फौजदारी पर उतारू होते हैं अनाप-शनाप गाली देते हैं और जान से मार डालने की धमकी देते हैं जब पीड़ित ने प्रार्थना पत्र पुलिस उच्चाधिकारियों को दिया तो दबंग ने पुलिस से साठगांठ कर ली पुलिस वापस चली गयी कोई कार्रवाई नहीं की गई मोहम्मद कय्यूम घर के अंदर से ताजिया जाती है और आम रास्ता नहीं है उत्तर से नाली है नाली के बगल आम रास्ता है ताजिया आने और जाने के रास्ते पर चबूतरा हैं सरहंग दबंग का एक दरवाजा उत्तर है दो दरवाजे पूरब है एक पश्चिम खिड़की दबंगई के बल पर कय्यूम के घर के अंदर से रास्ता निकालना चाहते हैं और इस घर में मोहम्मद कयूम का 1/3 भाग का हिस्सा है फिर भी कय्यूम की प्रताड़ना दिन प्रति दिन प्रताड़नाएं लगातार जारी है । ऐसी स्थिति में पीड़ित कय्यूम गत 27 अक्टूबर को उपजिलाधिकारी लव कुमार सिंह के समक्ष लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाया जिस पर मामले को गंभीरता से लेते हुए सिंह ने प्रभारी निरीक्षक असन्द्रा को कृपया जांच कर आवश्यक उचित कार्रवाई का लिखित निर्देश दिया जिस पर पुलिस ने आरोपियों से साठगांठ कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया इस तरह से पीड़ित ने जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक मंडलायुक्त फैजाबाद को जरिए डाक शिकायत भेजकर न्याय की गुहार लगाई फिर भी कोई कार्रवाई न होने की दशा मे सम्पूर्ण समाधान दिवस में लिखित शिकायत देकर न्याय की पुनः गोहार लगाया हैं ।