गोपीनाथ चौबे की रिपोर्ट
चिलकहर बलिया भले ही प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्य नाथ जी यह दावा कर रहे हो कि प्रदेश के विभागीय कार्यालयो मे पुरी तरह से कदाचार पर अंकुश लग, पूरी इमानदारिता एवं पारदर्शिता से कार्य हो रहा है परन्तु यह दावा कितना खोखला भ्रामक एवं असत्य है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शासन द्वारा जनता के कल्याण के लिए स्थापित समाज कल्याण विभाग खुद अपने नाम के विपरीत गुणधर्म का अनुकरण कर जनता के शोषण उत्पीड़न लूट प्रयाय एवं भ्रष्टाचार का अड्डा बन कर रह गया है ।
प्रदेश सरकार जहाॅ निराश्रित बृद्धाओ दिव्यांजनो एवं विधवाओ को पेंशन के लिए तहसील स्तर पर कैम्प लगा आवेदन पत्र भरवाने का कार्य कर रही है। वही समाज कल्याण विभाग के कर्मचारी शासन के मनसा के विपरीत नये तो नये पुराने आनलाइन किये गये बृद्धा दिव्यांग विधवा पेंशन स्वीकृति के लिये प्रति लाभार्थी पन्द्रह से बीस सौ रूपये वसूलने मे मशगूल है।
विकास भवन स्थित समाज कल्याण विभाग मे व्याप्त दुर्व्यव्यवस्था एवं भ्रष्टाचार का आलम है जिसे आप देख कर दंग रह जायेगे । जहाॅ बृद्धा पेंशन के लिए लाभार्थी से प्रति व्यक्ति पन्द्रह से बीस सौ रूपये वसूला जा रहा है। संबंधित लिपिक द्वारा तथाकथित जाॅच के नाम पर उस आवेदन को अपने पोर्टल पर लम्बित रखा जाता है जब तब सुविधा शुक्क न मिल जाय,भले ही संबंधित विकास अधिकारी द्वारा उसकी जाॅच कर डोंगल कर दिया गया हो।विकास खंड चिलकहर अन्तर्गत ऐसे सैकडो ही आवेदन खण्ड विकास अधिकारी द्वारा जांच कर अपने पोर्टल से डोंगल हो चुके है फिर भी महिनो से समाज कल्याण के पोर्टल पर पैसे के इन्तजार मे लम्बित हो पोर्टल की शोभा मे चार चांद लगा रहे है।
वस्तुस्थिति यह है कि ये बृद्धा पेंशन का आप्लिकेशन वर्षो महीनो जिला स्तर पर इन्तजार के बाद ब्लाक पर पहुँचाने या अगर पहुंचने मे सफल रहे तो अब फिर बात ”फिर बैतलवा डाल पर” की कहानी चरितार्थ कर ब्लाक से जाकर समाज कल्याण के पोर्टल पर लम्बित है। शायद संबंधित लिपिक एवं विभाग को इन्तजार है कि लाभार्थी या उसका कोई समर्थक आकर भ्रष्ट मनो वृत्तियो को परितुष्ट करे ताकि वह अगले स्टेज पर पहुंच सके ।
वैसे तो यह स्थिति लगभग जिला के हर ब्लाक की है परन्तु इस संबंध मे चिलकहर के बृद्धा पेंशन के लाभार्थियो एवं उनके समर्थको द्वारा बताया गया कि विकास खंड चिलकहर से संबंधित समाज कल्याण विभाग बलिया मे पटल लिपिक की हरकत यह है कि वर्षो से आनलाइन एवं महिनो से बीडीओ द्वारा डोंगल की गयी पत्रावली भी जिला स्तर पर जाॅच के नाम पर अनावश्यक लम्बित रखी गयी है।जबकि उसकी जाॅच खण्ड विकास अधिकारी द्वारा कर डोंगरा हो चुकी है। अगले स्टेज पर जाने के लिए लिपिक को कुछ धन मिल गया है तो कुछ अभी इन्तजार है।शासन एवं प्रशासन का ध्यान समाज कल्याण विभाग मे व्याप्त कदाचारिता के तरफ आकर्षित कराने के साथ ही इस प्रकरण की जांच की अपेक्षा क्षेत्रीय लोगो द्वारा की जाती है ताकि गाॅव मे रहने वाले बृद्धजन चुनाव से पूर्व पेंशन योजना से लाभान्वित हो सके।