जमीर अंसारी की रिपोर्ट
सोनभद्र। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्राम्य विकास विभाग के अंतर्गत इंटेंसिव ब्लॉक दुद्धी के 40 विभिन्न गॉवों में पिछले 13 दिनों (25 अक्टूबर 2018) से समूह की महिलाओं के द्वारा उनके खेत में श्रीविधि से किये गए धान की खेती का ऊपज का आंकलन के कार्य का तरीका सिखाने एवं जैविक खेती पर प्रशिक्षण देने के लिए जीविका गया बिहार से आये हुए 32 लाइव ली हुड सीआरपी के 8 दल द्वारा किया जा रहा था।
जिसका मंगलवार को स्थानीय ब्लॉक सभागार दुद्धी में बीडीओ रमाकांत सिंह के अध्यक्षता में लाइव ली हुड सीआरपी के साथ डिब्रिफिंग कार्यशाला के साथ ही 13 दिनों का ड्राईव आज (6 नवम्बर 2018 को) सम्पन्न हो गया।
ब्लॉक एंकर पर्सन जय कुमार जोशी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए बताये कि यह ड्राइव पिछले तेरह दिनों से आज तक चला। इसमें लाइवलीहुड सीआरपी ब्लॉक के विभिन्न 40 गांवों में प्रवास कर आजीविका मिशन के महिला किसानों के द्वारा श्रीविधि से किये गए धान की खेती का ऊपज का आंकलन किया। साथ ही किसानों को यह भी समझाने का प्रयास किये कि श्री विधि एवं परंपरागत विधि के ऊपज में कितना अधिक का अंतर है। आज के समय में किसानों को सामान्य विधि के अपेक्षा श्रीविधि ही क्यों अपनाना चाहिए ये बात किसानों को स्प्ष्ट रूप से समझ में आई। इस दौरान किसान अपने अपने खेत में ही दोनो ही विधि से लगाये गए खेतों के फसल के ऊपज में अंतर को करीब से समझे। इस दौरान किसान जैविक खादों , जैविक कीटनाशक दवाओं एवं श्री विधि के महत्व को बेहतर रूप से समझ पाए। बताते चलें कि दुद्धी ब्लॉक में कुल 3885 किसानों को श्रीविधि से खेती करने हेतु प्रशिक्षित किया गया था। जिसमें से 2787 किसानों ने ही श्रीविधि से धान की खेती एवं जैविक खाद बनाकर उपयोग किया। धान का फसल लगवाने के लिए जीविका बिहार से यही लाइवलीहुड सीआरपी दल दुद्धी आये थे जो तैयार फसल को कटवाकर किसान के सामने ही उनके खेतों में ऊपज का आकलन किये ।
लाइव ली हुड सीआरपी ने ग्रामवार प्रगति से बीएपी को अवगत कराते हुए बताये कि गांव अधिकतर किसानों की खेती वर्षा आधारित होने के कारण जिनके पास अपना सिंचाई का साधन नहीं था उनका खेत सुख भी गया। जिनके पास अपना सिंचाई का साधन था 621 किसानों का रेंडमली क्रॉप कटिंग टीम द्वारा किया गया और पाये कि न्यूनतम 50 किग्रा प्रति कट्ठा एवं अधिकतम 143 किग्रा प्रति कट्ठा ऊपज आया है। इस दौरान किसानों को प्रेरित करके एवं प्रशिक्षण देकर 62 पोषण वाटिका, 21 नाडेप, 91 किचेन गार्डेन भी लगवाए। अभी कुछ खेतों में लगे धान पके नहीं है । पूरी कटाई में काफी बक्त लगेगा पर शुरुआत हो चुकी है। किसानों को ऊपज आंकलन का तरीका बता दिया गया है। किसान सिंचाई का पर्याप्त साधन न होने से निराश है पर श्रीविधि अपनाकर काफी खुश भी हैं। शाम को सिंगरौली पटना लिंक एक्सप्रेस से सीआरपी टीम वापस लौट गए। कार्यक्रम का संचालन उपायुक्त स्वतः रोजगार करुणापति मिश्र के निर्देशन में हुआ।
कार्यशाला में बीएपी जय कुमार जोशी, पीआरपी अजय शंकर झा,सीताराम कुमार, जितेन्द्र कुमार,वाईपी राजेन्द्र कुमार, एलएच पीआरपी उपेन्द्र कुमार, एडीओ -आईएसबी विजय कुमार आदि मौजूद रहे।