वागीश कुमार की रिपोर्ट :
सुलतानपुर : कुड़वार प्रशासन व जन-प्रतिनिधियों की लापरवाही से चारा और इलाज के अभाव में गाय तड़प तड़प कर मर गई। सूचना के बाद भी जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय प्रशासन हाथ पर हाथ रखकर बैठा रहा। पैर से पीडि़त एक गाय तीन दिन पूर्व उद्यान विभाग के पास चारा पानी के अभाव में पड़ी रही, लावारिस गाय की सूचना लोगों ने प्रशासन को दी।
प्रशासन के जिम्मेदार लोग एक दूसरे के ऊपर जिम्मेदारी थोपते हुए पल्ला झाड़ते रहे आखिरकार गाय ने तड़प तड़प कर रविवार को दम तोड़ दिया। योगी सरकार गाय,गंगा के लिये कटिवद्ध है।जगह जगह गौ शालाओं और कांजी हाउस की व्यवस्था कर लावारिस,छुट्टा गो वंशों को रखने और चारा पानी की जिम्मेदारी प्रशासन को सौप रखी है। अधिकारियों की लापरवाही से सरकार का फरमान औंधे.मुंह गिरा पडा़ है।
पूरे दयाराम निवासी कृष्णदेव तिवारी का कहना है कि गाय की सूचना जिला प्रशासन से लेकर खण्ड विकास अधिकारी ,प्रधान तक को दी गई परन्तु किसी के कान में गो माता के प्रति जूं नहीं रेंगी और गाय तड़प तड़प कर मर गई।गाय के मृतक हो जाने पर प्रभारी बी.डी.ओ.व प्रधान पति मौके पर आकर अपनी अपनी जिम्मेदारी की बात कर रहने लगे।
प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्रा ने पूछने पर बताया कि गाय के बीमार होने की सूचना मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और प्रभारी बी.डी.ओ.गायत्री पांडे को देते हर संभव इलाज और व्यवस्था देने को कहा गया था। जिम्मेदारी का निर्वहन ना करना संवेदनहीनता का परिचय है।