उमेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट :
अमेठी : बताते चलें कि इन दिनों क्षेत्र में जिला अधिकारी शकुंतला गौतम ने मरदानपुर भटम ऊ और मवैया रहमत गढ़ जैसी ग्राम सभाओं में चौपाल लगाकर सरकारी योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। जिला अधिकारी के दौरे से शुकुल बाजार विकास खंड के किसानों को भी भारी उम्मीद थी। क्षेत्रीय किसानों का कहना है कि सरकारी धान क्रय केंद्र पर सिर्फ मंसूरी और महीन सांभा वैरायटी धान खरीदे जाते हैं, जबकि शुकुल बाजार विकास खंड ऊंचाहार होने के साथ-साथ पानी की समस्या के चलते क्षेत्र के 90 परसेंट किसानों ने मोटा और हाइब्रिड धान लगा रखा है, जिसकी खरीद सरकारी क्रय केंद्रों पर ना होने से किसानों को भारी घाटा झेलना पड़ रहा है।
वहीं विगत 10 वर्षों से गेंरावा रजबहा नहर सूखी रहती है। शुकुल बाजार विकासखंड क्षेत्र के किसानों को उम्मीद थी कि जिलाधिकारी के आने से नहर की समस्या और सरकारी क्रय केंद्र पर मोटा और हाइब्रिड धान खरीद की समस्या से किसानों को निजात मिलेगी, जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ ना ही सरकारी क्रय केंद्र पर मोटा और हाइब्रिड धान खरीदा जा रहा है और ना ही नहर में पानी है, जबकि गेहूं की सिंचाई का वक्त हो चला है। ऐसे में किसानों का कहना है कि जिला अधिकारी के दौरे से किसानों को किसी प्रकार का फायदा नहीं हुआ।