देवी मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
राजेश पाल की रिपोर्ट
शुकुल बाजार अमेठी चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व पर शुकुल बाजार क्षेत्र के मां कामाख्या देवी मंदिर सहित विभिन्न देवी मंदिरों में भक्तों ने पूजा अर्चना की और अपने उज्जवल भविष्य की एवं देवी मां की कृपा की मन्नत मांगी बताते चलें चैत मास के इस नवरात्र का विशेष महत्व है और इसी महत्व के चलते विभिन्न मंदिरों में भक्तों का जमावड़ा लगा रहा भक्तों ने विधिवत पूजा अर्चना की इस अवसर पर भक्तों ने देवी मां के ऊपर पुष्प नारियल चुनरी प्रसाद आदि चटा कर पूजा और अर्चना की बताते चलें चैत्र नवरात्र वह समय है, जब दोनों रितुओं का मिलन होता है। इस संधि काल मे ब्रह्मांड से असीम शक्तियां ऊर्जा के रूप में हम तक पहुँचती हैं। मुख्य रूप से हम दो नवरात्रों के विषय में जानते हैं – चैत्र नवरात्र एवं आश्विन नवरात्र। चैत्र नवरात्रि गर्मियों के मौसम की शुरूआत करता है और प्रकृति माँ एक प्रमुख जलवायु परिवर्तन से गुजरती है। यह लोकप्रिय धारणा है कि चैत्र नवरात्री के दौरान एक उपवास का पालन करने से शरीर आगामी गर्मियों के मौसम के लिए तैयार होता है। यह चैत्र शुक्ल पक्ष प्रथमा से प्रारंभ होती है और रामनवमी को इसका समापन होता है। इस वर्ष चैत्र नवरात्र, ६ अप्रैल से प्रारंभ है और समापन १४ अप्रैल को है। नवरात्रि में माँ भगवती के सभी नौ रूपों की उपासना की जाती है। इस समय आध्यात्मिक ऊर्जा ग्रहण करने के लिए लोग विशिष्ट अनुष्ठान करते हैं। इस अनुष्ठान में देवी के रूपों की साधना की जाती है।
हिंदू पुराण और ग्रंथों के अनुसार, चैत्र नवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण नवरात्रि है जिसमें देवी शक्ति की पूजा की जाती थी।