देवघर:
आज दिनांक-05.12.2017 को संताल परगना आयुक्त, डाॅ0 प्रदीप कुमार की अध्यक्षता में देवघर परिसदन में श्राईन बोर्ड की कार्यकारी बैठक आयोजित की गई। बैठक में आयुक्त द्वारा बाबा मंदिर एवं बासुकीनाथ मंदिर के संचालन एवं निर्माण संबंधी कई महत्वपूर्ण तथ्यों की चर्चा की गई और कुछ विषयों पर निर्णय भी लिया गया। संताल परगना आयुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि बाबा मंदिर देवघर में मुख्य पुजारी के रूप में सरदार पंडा की नियुक्ति की गई है एवं कोर्ट के आदेशानुसार जानकारी दी गई कि उनका अधिकार एवं कर्तव्य पूजा-पाठ तक हीं सीमित रहेगा। उनको मानदेय मिलेगा एवं रहने की व्यवस्था मंदिर में की गयी है एवं प्रशसनिक एवं वित्तीय मामले में उनका कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। श्राईन बोर्ड के प्रबंधन समीति के कार्यालय को अपग्रेड एवं सुदृढ करने का निदेश आयुक्त द्वारा उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा को दिया गया।
संताल परगना आयुक्त द्वारा बताया गया कि देवनगरी अब किसी पहचान का मोहताज नहीं रह गया। बाबा मंदिर की वजह से यह विश्व प्रसिद्ध हो गया है; जहाँ लाखों श्रद्धालु सालों भर पूजा-अर्चना करने हैं; यद्यपि यहाँ देश हीं नहीं विदेशों से भी कई गणमान्य व्यक्ति पूजा-अर्चना को आते हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से ऐसे गणमान्य जो भी व्यक्ति देवघर पूजा-अर्चना को आते हैं तो उनको जलार्पण कराने की जिम्मेवारी देवघर उपायुक्त की रहेगी एवं फिर उनके द्वारा प्राधिकृत व्यक्ति या मंदिर प्रबंधक की होगी।
मानदेय पर चर्चा करते हुए आयुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि सरदार पण्डा का 30 हजार का मानदेय बोर्ड द्वारा तय किया गया है, शेष बचे प्रबंधन समीति के लोगों का मानदेय निर्धारण हेतु उपायुक्त देवघर एवं दुमका को कमिटि बना कर अपना राय देने को कहा गया है। तत्पश्चात् अनुमोदन कर चेयरमैन को भेजा जायेगा। इसके अलावा आयुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि श्राईन बोर्ड को मंदिर से जो आय होगी, उसे खर्च किया जायेगा। देवघर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को भी दुरूस्त करने हेतु आयुक्त द्वारा देवघर उपायुक्त को महत्वपूर्ण निदेश दिया गया है एवं मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को जल्द से जल्द पुख्ता कर लेने की बात कही गयी।
बैठक में उपरोक्त के अलावा डी0आई0जी0, उपायुक्त, देवघर एवं दुमका के साथ-साथ श्राईन बोर्ड से संबंधित विभिन्न विभाग के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।