मधुरेश की रिपोर्ट :
मोतिहारी : पड़ोसी देश नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में हो रही लगातार मूसलधार बारिश से पूर्वी चंपारण जिले के नदियों के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई है। जिले में बाढ़ आने की संभावना काफी बढ़ गयी है। बाढ़ की विभिषिका को देखते हुए प्रशासन मुस्तैद हो गया है। सोमवार को बाल्मीकिनगर बराज से 1.30 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद चंपारण से होकर गुजरने वाली बूढ़ी गंडक, गंडक, सिकरहना व तिलावे आदि नदियां उफना गयी है।
बताया गया है कि अभी गंडक बराज से और पानी छोड़े जाने की संभावना है। नदियों में पानी की धार तेज हो गयी है, जिससे कटाव की भी संभावना बढ़ गयी है। हालांकि, पूर्व से नदियों में पानी नहीं था जिसे भरने में समय लगा है। दूसरी तरफ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है। जिलाधिकारी अनुपम कुमार ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। वही तटबंधों पर कार्यपालक अभियंताओं को नजर रखने की हिदायत दी गयी है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने एवं बाढ़ के दौरान नदी एवं जलग्रहण क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गयी है।