लखनऊ : बुलंदशहर के डिबाई कोतवाल के सीयूजी नंबर से किये गए whatsapp चैट के वायरल होने से विभाग में हडकंप मचा हुआ है। इस whatsapp चैट में डिबाई कोतवाल की तरफ से कहा जा रहा है कि हर जगह पैसा चल रहा है। पैसा कौन नहीं लेता बस माध्यम पता होना चाहिए, बस डायरेक्ट कोई नहीं लेता। एडीजी को कैंप कार्यालय पर लिफाफा पहुंचाओ और एसएसपी को उनके जानकार द्वारा पैसे पहुंचा दो और मनमाफिक पोस्टिंग-तैनाती पा लो। एडीजी मेरठ रेंज और एसएसपी बुलंदशहर को लेकर पुलिसकर्मी द्वारा कही गई इस तरह की बात से विभाग में सनसनी मची हुई है।
डिबाई कोतवाल के सीयूजी नंबर (9454403157) से व्हाट्सएप पर की गई चैटिंग ने सारी पोल खोल कर रख दी है। डिबाई कोतवाल के सीयूजी नंबर के व्हाट्सएप पर किसी व्यक्ति ने पहला मैसेज कर उनका हाल चाल पूछा, जिसके बाद उसने अपने एक मित्र उपनिरीक्षक को मंडी चौकी दिलवाने की सिफारिश डिबाई कोतवाल से की है।
इसके बाद बातचीत लंबी चलती है ओर डिबाई कोतवाल पैसों के लेनदेन की बात करने लगते हैं और योगी सरकार में जमकर विभाग में पैसे चलने की बात कहते हैं। साथ ही अपने बारे में बताते हैं कि उन्होंने नोएडा से बुलंदशहर आने के लिए 50 हजार रुपये एडीजी कैंप आफिस पर तैनात एक बाबू को दिए थे। उसके बाद उनका बुलंदशहर ट्रांसफर हुआ है। व्यक्ति ने जब कोतवाल से एसएसपी के बारे में जानकारी की तो इंस्पेक्टर के सीयूजी नंबर से रिप्लाई मैसेज किया गया कि पैसा कौन नहीं लेता बस माध्यम पता होना चाहिए।
वहीँ इस मामले में एसएसपी बुलंदशहर केबी सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। आरोप बेबुनियाद है। किसी व्यक्ति ने फोन नंबर एक्सचेंज करके यह चैट वायरल की है। साइबर अपराध के तहत अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। निरीक्षक डिबाई कोतवाली परशुराम का कहना है कि आरोप निराधार हैं, कोई नोएडा का व्यक्ति है, जिसने यह सब किया है। सीयूजी नंबर हमारा है, लेकिन हमने किसी से कोई चैट नहीं की है। लगता है हमारा नंबर हैक कर लिया गया है।