धीरज यादव की रिपोर्ट
अमेठी जिले की एक लम्बी सीमा प्रतापगढ से लगी है अक्सर यह देखा जा रहा है कि अमेठी मे घटने वाली लूट, हत्या ,बैंक डकैती ,छिनौती का तार प्रतापगढ जनपद से जुडा रहता है पुलिस द्बारा घटनाओ के खुलासे पर नजार डाली जाय तो औसतन 80 प्रतिशत अपराधी प्रतापगढ जिले के होते है सीमा बडी होने के कारण अपराधी बडी बडी घटनाओ को अंजाम दे प्रतापगढ की सीमा मे चले जाते है अमेठी पुलिस ताकती रह जाती है
ऐसा नही कि जिले के पुलिस महकमे के अधिकारियो को जानकारी नही है इस दिशा मे चिंतन भी देखा गया बडे विचार विमर्श भी हुए है पर अमेठी प्रतापगढ से लगी सीमा की चौकसी मजबूत नही पायी है अमेठी के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य लगातार इस दिशा मे प्रयास करते देखे जा रहे है अभी हाल ही मे पुलिस महकमे मे उंहोने बडा फेरबदल भी किया है जिसका परिणाम आना शेष है…
पर अमेठी का आम आदमी भी यह मानता है कि अमेठी मे कुछ होता है तो उसके पीछे प्रतापगढ जनपद के शातिर अपराधियो की कही न कही भूमिका होती है वैसे देखा जाय तो थाना गौरीगंज, संग्रामपुर, पीपरपुर सब से ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है जो प्रतापगढ की सीमा से लगे है।