राजेश पाल की रिपोर्ट :
अमेठी : शुकुल बाजार विकासखंड के अंतर्गत कई पाठशाला ऐसी हैं जिनमें डीएम के आदेश के बावजूद अभी तक बाउंड्री वॉल नहीं बना है। बताते चलें कि कुछ दिनों पहले जिला अधिकारी ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को निर्देशित किया था कि सरकारी स्कूलों की बाउंड्री वाल प्राथमिकता के आधार पर बनवाई जाए, जिससे शिक्षा के मायने में कोई लापरवाही ना सामने आए, लेकिन ग्राम प्रधानों की लापरवाही से अभी तक शुकुल बाजार विकासखंड के कई स्कूलों में बाउंड्री वाल का निर्माण नहीं कराया गया।
डीएम ने जनपद के सभी विकास खंडों के वीडियो व ग्राम प्रधानों को आदेश देकर कहा था कि सरकार के मनसा के अनुसार अभी प्राथमिक विद्यालय उच्च प्राथमिक विद्यालयों की बाउंड्री वाल ग्राम पंचायत में 14 वित्त के अंतर्गत आने वाली धनराशि से बनवाई जाए, लेकिन क्षेत्र के कुछ विद्यालय जैसे विद्यालय पूरे महिपत पटखौली नवाज गढ़ प्राथमिक विद्यालय बच्चा मऊ आदि दर्जनों विद्यालय का बाउंड्री वाल नहीं कराया गया, जिसके कारण आवारा जानवर परिसर में घुसकर गंदगी कर जाते हैं। आवारा जानवरों से बच्चों की जान को भी खतरा बना रहता है व विद्यालय में पढ़ने वाले छोटे छोटे-छोटे बच्चों के साथ दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। कई प्राइमरी पाठशाला और जूनियर हाई स्कूल ऐसे हैं जिनके आस-पास तालाब या घने जंगल भी हैं, ऐसे में बिना बाउंड्री वॉल के छोटे-छोटे बच्चों के जान को भी खतरा बना रहता है।
जिला अधिकारी ने कहा था कि समस्त सरकारी विद्यालयों में बाउंड्री वॉल शौचालय शौचालय के ऊपर पानी की टंकी पीने के लिए स्वच्छ जल जैसी मूलभूत सुविधाएं हर हाल में बच्चों को मुहैया कराई जाए, लेकिन क्षेत्र के कई स्कूल ऐसे भी हैं, जहां इस तरह की मूलभूत सुविधाएं अभी तक मुहैया नहीं हो पाई हैं।
क्षेत्रीय प्रबुद्ध जनों ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बाउंड्री वॉल का निर्माण कराया जाए जिससे छोटे-छोटे बच्चे सुरक्षित रहे बताते चलें। शुकुल बाजार विकासखंड के ज्यादातर प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र जिसमें छोटे छोटे बच्चे पढ़ने जाते हैं व सड़क के किनारे या तालाब के पास या फिर जंगल के किनारे हैं। ऐसे में छोटे बच्चों की जान को भी खतरा रहता है, जिसे देखते हुए कुछ दिन पहले जिला अधिकारी ने ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी को निर्देशित किया था कि सभी प्राइमरी पाठशाला में बाउंड्री वाल अनिवार्य है, जबकि शुकुल बाजार विकासखंड के बहुतायत विद्यालयों में अभी भी बाउंड्री वाल नहीं बनी है। ऐसे में क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों का कहना है की सरकारी विद्यालयों में खासकर प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों में बाउंड्री वाल हर हाल में बननी चाहिए।