नई दिल्ली : पुलवामा हमले के खिलाफ भारतीय वायुसेना द्वारा किये गए एयर स्ट्राइक के बाद देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी द्वारा एयर स्ट्राइक पर सवाल खड़ने व एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने से नाराज़ कांग्रेस के एक नेता ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है। पार्टी से इस्तीफ़ा देने वाले नेता का कहना है कि सेना से सूची मांगती रही बालाकोट में मारे गए आतंकियों की। यह निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण है किसी भी देश की राजनीतिक पार्टी के लिए जो इस तरह की बात करे। यह तय है कि 70 फीट गहरे गड्डे होते उस बम के गिरने से, जो हमारी सेना ने गिराए ऐसी स्थिति में किसी आतंकी का नामो-निशान बचेगा क्या? इतने गहरे गड्डे होने से कोई आतंकी बचेगा कैसे ये सोचने वाली बात है।’
दरअसल कांग्रेस के प्रवक्ता विनोद शर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी से दुखी नजर आ रहे विनोद शर्मा ने कहा, ‘बार-बार इस तरह की बातें उठाकर इस तरह की राजनीति करना सहीं नहीं है और हमें लगा कि हमें इसमें सहयोग नहीं करना चाहिए। तो मैं बड़े दुखी मन से, चूंकि मैं 30 वर्षों से इस पार्टी में काम कर रहा था। राहुल गांधी जी के यहां से कोई जवाब नहीं आया, हमारे अध्यक्ष ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, दुखी मन से मैं राष्ट्रहित में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं, क्योंकि देश पहले हैं।’
उन्होंने कहा कि मैंने इस बारे में राहुल गांधी को कई पत्र भेजे लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने कहा, ‘पार्टी कार्यकर्ताओं और हमें सड़कों पर रहना पड़ता है और लोगों की बात सुननी पड़ती है। तो आम जनता चाह रही थी कि देश की सेना के साथ सब दल खड़े रहें, लेकिन दुर्भाग्यवश कांग्रेस कहीं ना कहीं गलत कदम उठा रही थी। सेना का मनोबल तोड़ने का काम कर रही थी। कांग्रेस अपने पथ से भटक रही थी। दुर्भाग्य से हमारे अध्यक्ष राहुल गांधी इस भावना को समझ नहीं रहे हैं।’