द्वारकेश बर्मन की रिपोर्ट :
वृन्दावन : अखण्ड भारत मिशन राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रमुख शांति दूत एवं विश्व विख्यात भागवत प्रवक्ता ठाकुर देवकीनंदन ने कहा कि हिन्दू सभ्यता वाले देश में स्वयं हिंदुओं के परमपूज्य आराध्य भगवान श्री राम को ही साबित करना पड़ रहा है कि वह अपनी ही अयोध्या में जन्मे हैं और वही प्रभु की जन्मस्थली है।
देवकी नंदन कहते हैं कि मुस्लिम समाज अपना पक्ष छोड़ कर मंदिर निर्माण में अपनी सहभागिता दर्ज करवाएं तो मस्जिद का निर्माण ठाकुर देवकीनंदन करवाएंगे यह बात उन्होंने शांति सेवा धाम पर अपने शिष्य भक्तों व अनुयायियों से चर्चा करते हुए अपने प्रवचन के समय कही। उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पिछले कई दशकों से राम मंदिर निर्माण पर राजनीति की जा रही है और यह सिर्फ मुद्दा बनकर रह गया है।
भागवत व्यास ठाकुर देवकीनंदन कहते हैं कि कुछ तथाकथित हिंदू मुस्लिम नेता व धर्म ठेकेदार इस विषय पर अपना स्वार्थ सिद्ध करने में जुटे हुए हैं । वह कहते हैं कि इस देश में और प्रदेश में ना जाने कितनी बार भगवान श्री राम के नाम पर सरकारें आती जाती रही हैं लेकिन सरकार बनने के बाद इस मुद्दे को भूल जाया जाता है और उन्हें चुनाव को सामने देख इसे बनाने का प्रयास फिर से शुरू कर दिया जाता है।
देवकीनंदन ने कहा कि केंद्र सरकार को भगवान श्री राम के मंदिर पर अपनी मंशा देश की जनता के सामने स्पष्ट तौर पर जाहिर करनी चाहिए ना कि इसे राजनीतिक वोट बैंक का कारक बनाना चाहिए। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए ठाकुर देवकीनंदन कहते हैं कि भगवान श्री राम के मंदिर के प्रति यदि मौजूदा सरकार सच में गंभीर है तो उन्हें जल्द से जल्द संसद में अध्यादेश लाकर अपने पक्ष को साबित करना चाहिए।
अपनी बात को आगे ले जाते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू और मुस्लिम धर्म के धर्मगुरु यह बात कहे कि हम सभी भाईचारे की बात करते हैं आज के बाद राजनीतिक मामला खत्म कर राम मंदिर के लिए जगह देते हैं यह राम मंदिर बनने दीजिए फिर आप के लिए मस्जिद की जिम्मेदारी मैं लेता हूं इतनी अच्छी मस्जिद बनवा लूंगा कि दुनिया में कहीं नहीं होगी। अपने इस उद्बोधन के साथ जहां ठाकुर देवकीनंदन ने एक और केंद्र सरकार पर निशाना साधा तो वही विरोधाभासी लहजे के साथ ही अपनी शांति दूत छवि को पुनः स्थापित किया है।