संदीप पांडेय की रिपोर्ट :
संतकबीर नगर : सरकार गांव के विकास के लिए लाखों लाख का फंड देकर विकासशील गांव बनाने में जुटी हुई है वही जिम्मेदार मिलीभगत कर विकास के नाम पर अपनी जेब गर्म करने में जुटे हुए हैं। सरकार द्वारा गांव में कराए जा रहे विकास कार्यों का बकायदा मानक दिया जाता है जिससे कार्य गुणवत्ता के अनुसार हो और मजबूती मिले जिससे विकास सील बना रहे।
ताजा मामला सेमरियावां विकासखंड के ग्राम पंचायत चौराहा के राजस्व पुरवा गुलरियहवा का है। जहां इन दिनों नाली निर्माण का कार्य ग्राम प्रधान द्वारा कराया जा रहा है। लेकिन निर्माण कार्य में जिम्मेदारों के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है और जिम्मेदार निर्माण कार्य में खेल खेल कर अपनी जेब भरने में मशगूल दिखाई दे रहे हैं। क्योंकि नाली निर्माण में ना तो मानकों का ध्यान रखा गया है और ना ही उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश का पालन किया जा रहा है।
नाली निर्माण में घटिया ईट और मानक विपरीत सीमेंट का प्रयोग किया जा रहा है जिससे कहीं ना कहीं विकासशील गांव में पलीता लगाने का काम जिम्मेदारों के द्वारा किया जा रहा है। बता दें कि आपको योजना के अनुसार सौ मीटर का नाली निर्माण कार्य पूरा कराया जाना है लेकिन उतने ही निर्माण कार्य में जिम्मेदार मानको को अनदेखी कर निर्माण कार्य करवा रहे हैं। अब ऐसे में साफ हो जाता है कि सरकार जहां गांव को विकासशील बनाने के लिए लाखों लाख रुपए का फंड दे रही है वहीं उसी फंड को डकार ने में जिम्मेदार अपनी अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी आर के चतुर्वेदी से जानकारी करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।