राघवेंद्र तिवारी की रिपोर्ट :
लखनऊ : निगोहां में डबल रेलवे लाइन में काम कराने वाले एक ठेकेदार ने करीब आधा दर्जन मजदूरों से 45 दिन मजदूरी करवायी । इन मजदूरों ने का आरोप है था कि ठेकेदार ने पैसा देने से साफ मना कर दिया। फिर मजदूरों ने पूरे मामलें की शिकायत निगोहां पुलिस से की थी। जिसके बाद मजदूरों ने पैसा न मिलने तक निगोहां थाने पर डेरा डाल दिया । मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस ठेकेदार की तलाश कर उसे हिरासत में लेकर थाने ले आई, जहां रविवार को मामला प्रकाश में आने के बाद ठेकेदार ने सभी मजदूरों की मजदूरी दी और वह अपने घर जा सके।
झारखण्ड के अशोकनगर जिले के चंदेरी गांव के रहने वाले रामस्वरूप, परमाल, सोनू सुशीला, रामकुंवर, आशाराम का आरोप था कि डेढ़ माह पूर्व ठेककेदार नरेन्द्र ने काम दिलाने के लिए निगोहां नवीन रेलवे लाइन में काम दिलाने के लिए 330 रूपये प्रति मजदूर के हिसाब से लेकर आये थें। 45 दिन इन मजदूरों से पत्थरा ढुलाई का काम किया था। वह लोग एक सप्ताह से अपनी मजदूरी का पैसा मांग रहे थे। लेकिन ठेकेदार इन्हें पैसे देने से मना कर दिया था। मजदूरों ने बताया कि उनकी कुल मजदूरी 89,100 रूपये बाकी थी। जो कार्य करानें वाले ठेकेदार नरेन्द्र व देवेन्द्र नही दे रहे थे।
शनिवार को पीड़ितों ने पूरे मामलें की शिकायत निगोहां पुलिस से की थी। और मजदूरों के पास किराये भर का पैसा भी नही था जिसके बाद मजदूरों ने पैसा न मिलने तक अपना डेरा निगोहां थाने पर ही डाल दिया था। रविवार को मामला प्रकाश में आने के बाद निगोहां पुलिस एक्शन में आई और ठेकेदार नरेन्द्र को हिरासत में ले लिया रविवार को ठेकेदार ने सभी मजदूरों की मजदूरी वापस लौटाई जिसके बाद पीड़ित मजदूर वापस घर जा सके एसओ निगोहां जगदीश पाण्डेय ने बताया कि ठेकेदार द्वारा मजदूरों की मजदूरी वापस कर दी गयी है जिसके बाद सुलह हो गए।