संतकबीर नगर : पुलिस की छीना-झपटी के बीच अधिवक्ताओं ने फूंका डीएम और एसडीएम का पुतला

राकेश द्विवेदी की रिपोर्ट :

संतकबीर नगर : एसडीएम धनघटा के विरोध में धनघटा तहसील के अधिवक्ताओं द्वारा लगातार चलाए जा रहे आंदोलन के तहत शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी समेत उप जिलाधिकारी धनघटा कि पहले शव यात्रा निकाली और उसके बाद दोनों अधिकारियों का पुतला फूंका। इस दौरान अधिवक्ताओं ने राम नाम सत्य है-सबकी यही गति है का उद्बोधन करते हुए पूरे तहसील में घूमकर दोनों अधिकारियों की शवयात्रा निकाली।



शव यात्रा समाप्त कर उनका पुतला दहन कर ही रहे थे कि थानाध्यक्ष संतोष कुमार तिवारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उसके बाद पुतला जलाने को लेकर अधिवक्ताओं और पुलिस के बीच काफी देर तक छीनाझपटी चलती रही, लेकिन अंततः अधिवक्ता डीएम और एसडीएम के पुतले को आग लगाने में सफल हो गए। उसके बाद पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह से जल रहे पुतले की आग को बुझाया।



विदित हो कि तहसील में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने, दलालों को संरक्षण देने, उप निबंधन तथा चकबंदी कार्यालय को तहसील परिसर में निर्मित ट्रेजरी कार्यालय के नवनिर्मित भवन में स्थांतरित करने के अलावा कुछ अन्य मांगों को लेकर बीते अगस्त माह के पहले पखवाड़े में लगातार 15 दिनों तक कार्य बहिष्कार करते हुए धरना दिया था। उसके बाद एसडीएम धनघटा बाबूराम खुद अधिवक्ताओं के पास धरना स्थल पर पहुंचे थे और अधिवक्ताओं की सभी मांगों को 1 सप्ताह के भीतर पूरा करने का वादा किया था। लेकिन एसडीएम द्वारा 16 दिन बीत जाने के बाद भी उनकी एक भी मांग पूरी नहीं की गई तो उन्होंने एसडीएम के ऊपर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए 1 सितंबर से कार्य बहिष्कार कर फिर से धरना देना शुरु कर दिया।



अधिवक्ताओं का कहना है कि एसडीएम में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है, जिससे सरकार की मंशा के अनुरूप पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। अधिवक्ताओं ने बताया कि एसडीएम के इस काले कारनामे को जिलाधिकारी द्वारा भरपूर संरक्षण दिया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि तहसील के अधिवक्ताओं, फरियादीयों व वादकारियों समेत तहसील कर्मी तक एसडीएम की मनमानी से परेशान हो चुके हैं।



आगे अधिवक्ताओं ने कहा कि अबकी बार आर-पार की लड़ाई का बिगुल अधिवक्ताओं ने बजा दिया है और अब मांगों को पूरा करने के बाद ही अधिवक्ता संघ आंदोलन समाप्त करेगा। इस दौरान आंदोलन में तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम मौर्य, दिलीप राय, अरविंद लाल श्रीवास्तव, लाल शरण सिंह, वीरेंद्र तिवारी, शत्रुधन मिश्रा, सुनील पांडे, दिलीप तिवारी, हनुमान चौधरी, रामदास चौहान, राणा प्रताप राय व विजय चौहान समेत तमाम अन्य शामिल रहे।


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