राजू शर्मा की रिपोर्ट
मझौलिया (पश्चिम चंपारण) : शौचालय निर्माण में घोटाला उजागर होने पर संबंधित अधिकारी को जेल की हवा खानी पड़ेगी। उक्त बातें प्रखंड सभागार में आयोजित लोहिया स्वच्छ मिशन अभियान के तहत आयोजित एक बैठक को समीक्षा करते हुए एसडीएम विद्यानंद पासवान ने कही। इस समीक्षा बैठक में उपस्थित पीआरएस पंचायत सचिव आदि को सख्त हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण की सूची को गहनता से जांच की जांच की जाए कथा पुराने शौचालय को नया दिखाने वाले लाभुक एवं सरकारी कर्मी को इसकी सजा भुगतनी होगी। उन पर एफ आई आर दर्ज कराई जाएगी।
एसडीएम ने पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य को अंजाम देने का सुझाव दिया तथा कहा कि मानक के अनुरूप शौचालय निर्माण की प्रक्रिया होनी चाहिए तथा प्रतिदिन 20 से 25 शौचालय निर्माण की जांच होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि आगामी 31 दिसंबर तक प्रखंड को ओडीएफ मुक्त कर देना है। किसी भी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर डीएम सर संबंधित अधिकारी का नौकरी खा जाएंगे।
उपस्थित कर्मियों ने जांच में आने वाली तकनीकी गड़बड़ियों का हवाला दिया तो एसडीएम ने समझाते हुए कहा कि धरातल पर जाकर ओडीएफ की जांच करनी है शौचालय निर्माण में तथा उसकी सूची में गड़बड़ी होने पर त्वरित कार्रवाई करें। उन्होंने प्रतिदिन 400 शौचालय निर्माण का जियो टैगिंग रिपोर्ट देने का सख्त निर्देश दिया।
इस मौके पर अंचलाधिकारी प्रवीण कुमार सिन्हा जेएसएस अभय कुमार प्रखंड समन्वयक पूनम कुमारी गुप्ता प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी प्रशांत कुमार मिश्रा समेत सभी पंचायत सचिव पीआरएस स्वछग्रही आदि उपस्थित थे ।