महिला सशक्तिकरण को लेकर प्रशिक्षित की जा रही हैं आशाएं
सीएमओ कार्यालय, सीएचसी खलीलाबाद व नाथनगर में प्रशिक्षण
रिपोर्ट-संदीप पाण्डेय
संतकबीरनगर। महिला हिंसा को लेकर सीएमओ कार्यालय में आशा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण सोमवार को आयोजित किया गया। इसमें आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करते हुए वरिष्ठ चिकित्सक डॉ ए के सिन्हा ने कहा कि महिला हिंसा को लेकर सरकार पूरी तरह से गंभीर है। इसे रोकने में आशा कार्यकर्ताओं की एक बड़ी भूमिका है। इसीलिए यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है।प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ ए के सिन्हा ने आगे कहा कि देश में पितृसत्तात्मक व्यवस्था है। ऐसे में महिलाओं को हिंसा का शिकार होना पड़ता है। अगर कोई महिला हिंसा का शिकार होती है तो सबसे पहले उसे लाकर उसका चिकित्सकीय परीक्षण कराएं। साथ ही उसके साथ हुए दुर्व्यवहार की गंभीरता को देखते हुए उसी के अनुसार उसका इलाज कराएं। साथ ही उनको कानूनी सहयोग भी दिलाएं। उन्होने महिला हिंसा को पहचानने के तरीकों के बारे में बताया कि आशाएं देखें कि जिस घर में विधवा, विकलांग, लाचार महिला हैं उन पर विशेष नजर रखें। साथ ही अगर किसी का पति शराबी या फिर किसी तरह की विकलांगता का शिकार है तो उसके उपर भी नजर रखें। साथ ही गाहे बगाहे उनसे इस सम्बन्ध में वार्तालाप करके निष्कर्ष भी निकलती रहें कि किसी घर में महिला हिंसा की संभावना तो नहीं है। प्रशिक्षक श्रीमती सुधा ने महिला हिंसा के लक्षणों के बारे में जानकारी दी। तो वहीं प्रशिक्षक धनन्जय ने भी इसके बारे में विस्तार से बताया। आगामी 4 अप्रैल तक चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में कुपोषण, कानूनी सहायता समेत अन्य जानकारियों से आशाओं को अवगत कराया जाएगा।