सतेंद्र पाठक की रिपोर्ट :
बेतिया : पश्चिम चंपारण बेतिया समाहरणालय के समक्ष भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला इकाई द्वारा राष्ट्रीय परिषद के आह्वान पर जुझारू प्रदर्शन कर गिरफ्तारी देने पर जोर दिया। प्रदर्शनकारी इकाई गाजे-बाजे के साथ में समाहरणालय मुख्य गेट से होते हुए अंदर प्रवेश कर गए और नारेबाजी करने लगे। मौके पर सदर एसडीओ सुनील कुमार एवं बेतिया एसडीपीओ संजय कुमार झा ने सयुक्त रूप से प्रदर्शनकारियों को समझा कर समाहरणालय प्रांगण से बाहर भेजा।
प्रदर्शनकारी द्वारा किसान की कर्ज की माफी, फसल के लाभकारी मूल्य, फसल बीमा राशि का भुगतान, साठ वर्ष से अधिक के किसानों मजदूरों को ₹10000 मासिक पेंशन, पर्चा धारियों को जमीन पर कब्जा, कब्जाधारियों को भूमि का अधिकार, बेतिया राज की जमीन से लोगों को हटाने के आदेश की वापसी, विधवा पेंशन का भुगतान, गन्ना मूल्य ₹500 प्रति क्विंटल करने, कृषि सामग्री एवं उप सरकारों की जीएसटी से बाहर करने, छावनी आरओपी का निर्माण शीघ्र शुरू करना है, सभी बेघरों को घर और 8 डिसमिल जमीन देने, चंपारण को सूखा क्षेत्र घोषित करने, डीजल अनुदान करने इत्यादि की मांग कर रहे थे।
वक्ताओं ने किसानों के ऋण माफी और फसल के दाम के लिए जुझारू संघर्ष का आह्वान किया। वही नेताओं ने 10 से 15 अगस्त तक पर्चा की जमीन पर झंडा गाड़ने की घोषणा की। प्रदर्शनकारी अपनी मांगों के लिए गिरफ्तारी देने के लिए भी तैयार थे। प्रदर्शन पार्टी कार्यालय से निकलकर समाहरणालय के समक्ष सभा में तब्दील हो गया। वही मौके पर रेवा कांत द्विवेदी, ठाकुर राम, राधामोहन यादव, अशोक मिश्रा, वीरेंद्र राव, ज्वाला कांत द्विवेदी आदि सहित सैकड़ों की भीड़ उपस्थित रहे।