रामकृष्ण पाण्डेय की रिपोर्ट
सीतामढ़ी। बुधवार को भदोही जिले के डीघ ब्लॉक कार्यालय से सटे व जनपद भदोही – इलाहाबाद की सीमा पर स्थित गांव सिकरहां (हंडिया, इलाहाबाद) में केन्द्रीय ब्राह्मण महासभा एवं गुलाबकली स्मृति सेवा संस्थान के तत्वावधान में परशुराम जयंती आस्था और उल्लास पूर्वक मनाई गई। ग्रामीणों के सहयोग से सुबह शोभायात्रा निकाली गई। तथा दोपहर में सैकड़ों विप्र समाज के लोगों की उपस्थिति में गांव में नवस्थापित परशुराम भगवान की मूर्ति का अनावरण किया गया। तत्पश्चात चौरा माता मन्दिर में स्थापित किये गए परशुराम की प्रतिमा का विधिवत पूजन-अर्चन कर लोगों में प्रसाद वितरित किया गया। तदोपरांत मन्दिर प्रांगण में ग्राम प्रधान सुशील पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में विशिष्टजनों का माल्यार्पण कर व अंगवस्त्रम भेंटकर सम्मान किया गया। तथा कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि व संयोजक राष्ट्रीय अध्यक्ष केन्द्रीय ब्राह्मण महासभा एवं गुलाबकली स्मृति सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री सतीशचंद मिश्र ने कहा कि भगवान परशुराम सिर्फ ब्राह्मणों के ही नही अपितु समस्त समाज व मानवता के लिए पूज्यनीय हैं। क्योंकि वे किसी जाति के संहारक नहीं, बल्कि अत्याचारियों के संहारक तथा सत्य, कर्तव्यनिष्ठ व सदाचारी, संस्कारी व्यक्तियों तथा अनुयायियों के उद्धारक हैं। शौर्य, वीरता, विद्वता और शास्त्र ज्ञान के महायोगी भगवान परशुराम सात चिरंजीवियों में से एक हैं। श्री मिश्र ने आरोप लगाते हुए कहा कि सर्वसमाज के प्रति सद्भावना रखने वाले व सहयोग करने वाले ब्राह्मण समाज को पूर्ववर्ती सरकार की तरह ही मौजूदा सरकार भी हाशिये पर धकेल रही है। सरकार संस्कृत भाषा की उपेक्षा कर, सरकारी योजनाओं से ब्राह्मणों को बेदखल कर व जातिगत आरक्षण में संशोधन न कर ब्राह्मणों को कमजोर करने की साजिश कर रही है, जिसे ब्राह्मण सहन नहीं करेंगे। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि ब्राह्मण समाज को सजग, संगठित व संस्कार में रहकर मस्तक ऊंचा रखने के लिए खुद से परिश्रम करते रहने की जरूरत है। श्री मिश्र ने अाने वाले वर्ष में सवर्ण समाज के 100 मेधावी छात्रों को सम्मानित करने की घोषणा की। इस मौके पर जटाशंकर पांडेय, रमेशचंद्र मिश्र, संतोष शुक्ला, सोनू मिश्रा, घनश्याम मिश्र, पंकज पांडेय, पवन मिश्रा, राम सागर पांडेय, गंगामणि पांडेय, संकठा प्रसाद पांडेय व लवकुश सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।