हरदीप छाबड़ा की रिपोर्ट, ब्यूरो छत्तीसगढ़
रायपुर।छत्तीसगढ़ प्रदेश के पत्रकार बड़ी संख्या में 14 मई 2018 की रायपुर में एकत्रित होंगे और पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे । 3 मई को रायगढ़ में आयोजित धरना प्रदर्शन में 14 मई को राजधानी रायपुर में आंदोलन की सहमति बनी है ,जिसके लिए 7 तारीख को बैठक कर 14 मई के आंदोलन की अंतिम रूपरेखा तैयार की जाएगी।
प्रदेशभर से रायगढ़ में धरना प्रदर्शन में शामिल हुए पत्रकारों की एक राय थी कि पत्रकारिता के लिए स्वस्थ सुरक्षित माहौल के लिए अब पत्रकार सुरक्षा कानून अनिवार्य है क्योंकि आए दिन पत्रकारों के खिलाफ हिंसा और फर्जी प्रकरण में फंसाए जाने के मामले सामने आ रहे है जिसमें पुलिस प्रशासन भी पत्रकारों का पक्ष लिए बिना एकतरफा कार्रवाई करती है जबकि पत्रकारों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किये जाने के पूर्व बड़े अधिकारियों से मामले की जांच का प्रावधान है साथ ही पत्रकार सुरक्षा कानून संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले पूर्व में हुए आंदोलन के पश्चात राज्य शासन द्वारा एक समन्वय समिति का गठन भी किया गया है जिसमे गृह विभाग,जनसम्पर्क विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समिति में 3 वरिष्ठ पत्रकार सदस्य है पर इसके बावजूद पत्रकारों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के पूर्व पुलिस द्वारा कोताही बरती जा रही है जिसके चलते पत्रकारों को प्रताड़ित करने में प्रभावशाली लोग सफल होते है।
कानून सबके लिए बराबर है पर जनहित के लिए पत्रकारिता करने वाले साहसी पत्रकारों के खिलाफ साजिशन मामला बना कर पत्रकारो को धमकाने और उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है जिसके लिए अब पत्रकार एकजुट होकर फिर से मुखर हो गए है और इसी कड़ी में अब विभिन्न संगठनों के पत्रकार एकमंच में एकजुट होकर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर राजधानी रायपुर में बड़ा आंदोलन करने जा रहे है।
रिपोर्ट-हरदीप छाबड़ा ब्यूरो छत्तीसगढ़