त्रिपुरारी यादव की रिपोर्ट
वाराणसी रोहनिया-आज 14 अप्रैल को अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत बीसों वर्षों से किसान विरोधी मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना को निरस्त करने के लिये वाराणसी के सांसद प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को अभियान के तहत 12 दिनों से किसानों द्वारा खून से लिखे खत को लेकर किसान खेत मजदूर कांग्रेस के प्रदेश संयोजक विनय शंकर राय “मुन्ना” के नेतृत्व में गये किसानों के प्रतिनिधि मण्डल से मिलने से जनसुनवायी कर रहे उत्तर प्रदेश के राज्य मन्त्री मिलने से मना कर पुलिस फोर्स से बल पूर्वक रोकवा दिये घण्टों पुलिस और किसानों से तार्किक बहस हुई किसानों ने कहा कि हम लोग दर्जनों बार कार्यालय में आकर ग्यापन दिये हैं इसबार रोकना अन्नदाता का अपमान है जो सिद्ध करता है कि, मोदी-योगी सरकार पूर्णतया किसान विरोधी है। अधिकारियों ने कहा कि यहाँ सार्वजनिक कार्य नहीं व्यक्तिगत कार्य होते हैं तो किसान नेता मेवा पटेल ने कहा कि पाँच माह पहले पत्रक हमलोगों से शिवसरण पाठक ने लेकर कहा था कि मोहनसराय ट्रान्सपोर्ट नगर योजना के बारे में जानकारी है जल्द ही आपलोगों की जमीन भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत वापस कर दी जायेगी लेकिन आजतक हुआ कुछ नहीं और आज मिलने से मना करना सिद्ध करता है कि मोदी जी के संसदीय क्षेत्र में किसानों से तार्किक बात करने से उनके लोग भाग रहे हैं और निरीह लाचार किसानों पर तानाशाही से रोककर किसानों की समस्याओं से मुँह फेर रहे हैं जिसका जबाब अब किसान अपनी नसों से डिस्पोजल सीरिंज से खून निकालकर खून की होली खेलकर देगा क्योकि अपनी भावनाओं को खून से खत लिखने का जिसतरह से मोदीजी के संसदीय कार्यालय में मजाक उड़ाया गया उससे किसान काफी आक्रोशित थे सरकार एवं प्रशासन को खूब खरी-खरी सुनाई और कहा कि शान्तिप्रिय अन्दोलन को सरकार के इशारे पर प्रशासन ने आग में घी डालने का कार्य किया है, क्या जिस प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में शासन-प्रशासन भूमि अधिग्रहण कानून का पालन नहीं कर रहा है तो अन्य जिलों में किसानों के साथ क्या हो रहा किसानों ने कहा कि आज हमारी फसल पक कर तैयार है लेकिन हम अन्दोलनरत हैं और हमारे यहाँ जाना दूर प्रधानमन्त्री के संसदीय कार्यालय पर हिटलरशाही से पेश आने का जबाब खून की होली शासन-प्रशासन के लोगों के साथ खेलकर और घेरा डालो-डेरा डालों कार्यक्रम के तहत परिणाम तक जंग लड़ेगा किसान।
प्रतिनिधि मण्डल की अध्यक्षता किसान नेता विनय शंकर राय “मुन्ना ” एवं संचालन गगन प्रकाश यादव ने किया |प्रमुख रूप से मेवा पटेल, प्रेम नाथ गुप्ता, बद्री यादव, गायत्री देवी, फूलमती, पंचनरायण, सुनीता, फूलचन्द गुप्ता ,मुनेशर शामिल थे ।