उसके लगन तकनीक को नवाजने के लिए अंतराष्ट्रीय युवा वैज्ञानिक सम्मेलन के लिए बुलाया गया मलेशिया
गरीब परिवार के होनहार अर्पित ने चंदौली को विश्व पटल पर दी नई पहचान
अशोक कुमार जायसवाल की रिपोर्ट
चंदौली कहा जाता है कि गुदरी में लाल कहीं कहीं पर देखने को मिलते हैं इसको चरितार्थ करते हुए निजी विद्यालय में छोटी सी नौकरी करने वाले महानन्द पाण्डेय का पुत्र अर्पित पाण्डेय ने घर में माँ द्वारा बताये गए देशी नुस्खे से मच्छर भगाने वाली देशी मशीन का निर्माण कर बड़े बड़े वैज्ञानिकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है,। क्योंकि जनपद के लाल ने टू इन वन नहीं और नाही फोर इन वन बल्कि सिक्स इन वन नाम का एक प्रोडक्ट बनाकर अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में तहलका मचाने का काम किया है जो आज के चाइनीस मार्केट के आगे सभी मार्केटों के हौसले पस्त हैं उस कम्प्टीशन के दौर में सभी प्रोडक्टों का छक्का छुड़ाने का बूता रखने वाले इस अविष्कारक ने देशी एक नई खोज की है ।सबसे बड़ी बात है जहाँ चायनीज इलेक्ट्रिक सामान सस्ते होने से अपनी मार्केट में पकड़ बनाए हुए हैं वहीं अर्पित की भी यह मशीन सिक्स इन वन है और लागत मूल्य मात्र 130 रुपये है।
जहाँ सब्जियों के छिलके , गुलाब के फूल, नीम की पत्तियों से पेस्ट बनाकर मच्छरों को भगाने के साथ बिना किसी साइड इफेक्ट के घर में सुगन्धित खुश्बू से साथ काम करता है इस मशीन में फफूंद नाशक एलईडी बल्ब , छोटे छोटे साईड में तीन फैन हैं , मात्र 20 मिनट की सोलर व इलेक्ट्रिक चार्जिंग से 21 मोबाईल चार्ज करने व 9 घंटे की वैकअप देने की छमता के साथ निचे टार्च की भी व्यवस्था है ।
इस मशीन की गुणवत्ता की जाँच के लिए बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के टेक्नीकल विभाग ने इसको 55 दिनों तक गहन जाँच कर प्रमाणित कर दिया कि बाजार में मच्छरों को भगाने वालो में यह मशीन स्वास्थ्य को संरक्षित करते हुए सबसे उपयोगी है, इसके लिए बाकायदा बार कोड भी जारी कर दिया । बढ़ते प्रदूषण से बारहों महीने मच्छरों का प्रकोप बढ़ाता जा रहा है जिसमें यह मशीन उपयोगी साबित होगी।अर्पित की इस हौसले को देखते हुए यूटीवी मोशन पिक्चर कंपनी ने ” नया इंडिया नया टैलेंट ” के नाम से एक लघु फ़िल्म भी बनाई है । जिसका शुभारम्भ मई में फ़िल्म अभिनेत्री कैटरिना कैफ ने किया था और इस फ़िल्म को कई पुरस्कारों से नवाजा भी गया है ।
हलाकि अर्पित को राष्ट्रपति सहित देश के कई प्रदेश में इस उपलब्धि के लिए पुरस्कृत किया है और भारत से इंटरनेशनल युवा वैज्ञानिक सम्मलेन में 18 से 23 जुलाई तक शामिल होने के लिए मलेशिया के लिए अर्पित रवाना हो चूका है और निश्चित ही देश का सम्मान बढ़ाएगा।