ज़मीर अंसारी की रिपोर्ट :
सोनभद्र : दुद्धी क्षेत्र व् दक्षिणांचल में झोलाछाप चिकित्सकों का जाल इस तरह फ़ैला है कि आये दिन यह मरीज़ो के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे है मरीज किसी भी बीमारी का हो क्लिनिक पहुँचते ही एनएस और डीएनएस की बोतलें मरीज को चढ़ाई जाने लगती है।और फिर लंबी रकम का इलाज का बिल बनाने के बाद मरीजों को रेफर कर देते है।
ऐसा ही वाकया हुआ विंढमगंज थाना क्षेत्र के धूमा गांव के पटेलनगर में।एक विवाहिता को पेचिस और बुखार में तीन दिनों के इलाज के दौरान 14 बोतल पानी चढ़ाकर कई तरह के इंजेक्शन आदि लगाकर हालत बिगड़ते देख महिला को विंढमगंज रेफर कर दिया।उसके बाद परिजनों ने उसे कस्बा स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया चार घंटे इलाज के दौरान चिकित्सक ने हाथ खड़े कर दिए उसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी भर्ती कराया जहाँ से चिकित्सकों ने हालत देखते ही जिला अस्पताल रेफ़र कर दिया और महिला ने दम तोड़ दिया। मृतका का पति भगवानदास की सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बुधवार की दोपहर अपनी पत्नी का पोस्टमार्टम कराने आये मृतिका का पति भगवान दास ने बताया कि उसकी उसकी पत्नी शकुंतला 35 वर्ष को पेचिस पड़ रहा था और बुखार था।उसने अपने गाँव स्थित रोहतास बिहार के निवासी एक छोलाछाप चिकित्सक अरुण के यहां अपनी पत्नी को भर्ती कराया।चिकित्सक ने तीन दिनों के दौरान 14 बोतल पानी चढ़ाकर साढ़े आठ हजार का बिल पकड़ा दिया और मरीज को रेफर कर दिया।उसके बाद उसने सरकारी प्राइवेट कई अस्पतालों का चक्कर लगाया अंततः उसकी पत्नी की मौत हो गयी।मृतिका के कुल 6 बच्चे है जिसमें 2 लड़के और चार लड़किया है।उन बच्चों के सिर से माँ का साया उठ गया।उधर चिकित्सक अपना क्लिनिक बन्द कर फरार बताया जा रहा है।