चन्द्रिका भास्कर की रिपोर्ट :
सारंगढ़ : गोमर्डा अभ्यारण्य वन विभाग द्वारा वन्यजीव सरंक्षण सप्ताह का आयोजन 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक रखा गया था, जिसका समापन 9 अक्टूबर गोमर्डा अभ्यारण्य के कार्यालय में सम्पन्न हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि सारंगढ़ एस.डी.ओ.पी सारंगढ़ तहसीलदार, वन विभाग एस.डी.ओ व समस्त वन कर्मचारी एवं प्रर्चायगण और छात्र -छात्राएं रहे उपस्थित।
वहीं केंद्र व राज्य सरकारों, पर्यावरणविदों, कार्यकर्ताओं, शिक्षकों आदि द्वारा लोगों में वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति जागरूकता में तेजी लाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। भारत में विभिन्न प्रजातियों का विशाल भण्डार है, इसलिए भी भारत में कई सम्मेलनों, जागरूकता कार्यक्रमों और प्रकृति प्रेमियों के बीच सार्वजनिक बैठकों का आयोजन किया जाता है। स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में बच्चों के लिए वन्यजीवों से संबंधित निबन्ध लेखन, चित्रकला, संभाषण, फ़िल्म स्क्रीनिंग आदि प्रयोगिताओं का आयोजन किया जाता है।
शुरुआत वन्य जीवन प्रकृति की अमूल्य देन है। भविष्य में वन्य प्राणियों की समाप्ति की आशंका के कारण भारत में सर्वप्रथम 7 जुलाई, 1955 को ‘वन्य प्राणी दिवस’ मनाया गया। यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक वर्ष 2 अक्तूबर से पूरे सप्ताह तक वन्य प्राणी सप्ताह मनाया जाएगा। वर्ष 1956 से वन्य प्राणी सप्ताह मनाया जा रहा है। भारत के संरक्षण कार्यक्रम की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक मज़बूत संस्थागत ढांचे की रचना की गयी है।