राजमणि पाण्डेय की रिपोर्ट
भदोही, फिजियोथेरेपी चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने के लिए डा. संतोष पांडेय को संगठन की तरफ से पूर्वांचल रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया है। जबकि एम्स से जुड़े डा. प्रभात रंजन को पूर्वांचल प्रतिष्ठा से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार भदोही के कालीन प्राद्यौगिकी संस्थान में आयोजित पिछले दिनों दो दिवसीय पूर्वांचल फिजियोथेरेपी कान के प्रथम सम्मेलन की आयोजकों की तरफ से यह सम्मान दिया गया। राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभारी अनिल राजभर ने चिकित्सकों को सम्मान किया।
राज्य और देश में फिजियोथेरेपी को बढ़ावा देने के लिए डा. संतोष पांडेय बेहर कार्य कर रहे हैं। पांडेय भदोही जिले के रामनगर गांव के मूल निवासी हैं। उन्होंने बताया कि फिजियोथेरेपी का दायरा तेजी से बढ़ रहा है। हम मरीज को बगैर दवा दिए फिजियोथेरेपी के माध्यम से इसका इलाज करते हैं। देश भर में यह पद्धति बेहद सफल और कामयाब है। अब सरकार भी इसे गंभीरता से लेने लगी है। समारोह में पूर्वांचल प्रतिष्ठा सम्मान से डा. प्रभातरंजन एम्स दिल्ली जबकि डा. केतन भाटिकर, डा. धर्म पांडेय को बेस्ट रिसोर्स पर्सन से सम्मानित किया गया। इस दौरान पूर्वांचल फिजियोथेरेपी कान की तरफ से लाइफटाइम अचेवमेंट डा. नरेंद्र सिन्हा, डा. दिप्ती योगेश्वर, डा. विटम सिह, डा. इरशाद अहमद, डा. आशीष मिश्र को बेस्ट क्लीनिशियिन एवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके अलावा डा. दीपक द्ववेदी, डा. निखिल तिवारी, डा. त्रयंबक, डा. वरुण को फिजियोथेरेपी के उत्थान के क्षेत्र में काम करने के लिए यह सम्मान दिया गया। डा. जयशंकर , डा. मयंक पुष्कर डा. शैलेश पाठक डा. मोहम्मद सिद्धीकी की तरफ से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।