चन्दौली 8 फरवरी जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कलेक्ट्रेट सभागार में शासन की प्राथमिकताओं एवं विकास कार्यक्रमों के 70 बिन्दु की प्रगति की समीक्षा की। जब मुख्य चिकित्साधिकारी को अपने विभाग की जिम्मेदारी ही नही पता हो तब जिलाधिकारी ने बैठक में काफी देख जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाया। इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि एक माह से पहले ही हेल्थ बेनलेस सेन्टर नवनिर्मित करने के लिए कार्यदायी संस्था नियुक्त हो गयी, लेकिन इसके बावजूद भी अब तक कार्य प्रारम्भ न होना कही न कही जिम्मेदारी से परे होना उद्गोजर हो रहा है। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सधिकारी को विभागीय कार्यो में रूचि लेकर कार्य करने की नसीहत दी साथ ही मुुख्य विकास अधिकारी डा0 अभय कुमार श्रीवास्तव को मुख्य चिकित्साधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निदेर्शित करते हुये कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का अपर मुख्य चिकित्साधिकारियों से जनपद के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रो का औचक निरीक्षण कराये ताकि चिकित्सक समय से उपलब्ध रहा करे, लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करने के निर्देश दिये। कहा कि माहवार कितने स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण किया गया इसकी सही रिपोर्ट से अवगत कराया जाय। 102 और 108 एम्बुलेस मरीज तक समयावधी में पहुॅचकर नजदीकी अस्पताल में उपचार के लिए पहुॅचाया जाय, शिकायत न आये कि एम्बुलेंस के देर से आने में मरीज की तबीयत काफी पहले से खराब हो गयी। मुख्य चिकित्साधिकारी को समय से दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो इसके लिए निर्देश भी दिये। निजि अस्पतालों में हो रहे प्रसव की रिपोर्ट माहवार लेते रहे इसमें किसी प्रकार की लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दास्त नही की जायेगी। जिला समाज कल्याण, प्रोबेशन अधिकारी, जिला द्विव्यांगजन अधिकारी से जानकारी लेते हुये कहा कि विभाग से सम्बन्धित आवेदन को विकास खण्ड स्तर/तहसील स्तर से जाॅचोपरान्त 20 फरवरी, 2019 तक बेरीफाई कराकर निदेशालय को प्रेषित किये जाय, यदि इसके बावजूद भी लम्बित प्रकरण संज्ञान में आया तो खैर नही होगी।
श्री चहल ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि उपजिलाधिकारियों/खण्ड विकास अधिकारियों की बैठक कर उन्हें निदेर्शित किया जाय कि पेंशनर से सम्बन्धित प्रकरण किसी भी दशा में लम्बित न रहे इसे प्राथमिकता पर लेते हुये कार्यवाही किया जाय। जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा बैठक में योजनाओं का डाटा न लाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान उन्होनें महिलाओं के उत्पीड़न से सम्बन्धित प्रकरण व 181 नम्बर के वाहन को रोस्टरवार प्रत्येक गाॅव में प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि निराश्रित पशुओं की जानकारी मिले तो तत्काल वाहन से आश्रय स्थल पर लाया जाय। साथ ही किस गाॅवों से कितने पशुओं को पकड़ा गया इसकी जानकारी रिपोर्ट के माध्यम से अवगत कराये। जिला पूर्ति अधिकारी से आधार सीडिंग की प्रतिशत में वृद्धि लाने के निर्देश दिये। अधिशासी अभियन्ता पीडब्लूडी को निर्देश दिया कि नवनिर्मित सड़को को 25 फरवरी तक पूर्ण कर रिपोर्ट से अवगत कराये इसमें किसी प्रकार की बहानेवाजी न बताया जाय अन्यथा कार्यवाही शासन स्तर से किये जा सकते है। पीएमजीएसवाई द्वारा गड्ढ़ा मुक्त किये सड़कों की जाॅच उपजिलाधिकारियों से कराने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दी। संकेत देते हुये कहा कि उस मार्ग पर यदि अभी भी गड्ढ़ा उसी तरह मिला तो तत्काल कार्यवाही भी किया जायेगा।
श्री चहल ने बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि जिन 63 अधिकारियों द्वारा गोद लिए विद्यालयों की प्रगति जिला बेसिक शिक्षा विभाग को अवगत न कराने पर कारण बताओं नोटिश जारी करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने जिला खाद विपड़न अधिकारी को निर्देश दिया कि हर केन्द्र पर कितनी खरीद हुई उसकी डेटा से अवगत कराये।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी डा0 अभय कुमार श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी पद्मकान्त शुक्ल, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थें।