सर्वेश कुमार की रिपोर्ट
सम्भल एक और सरकार विकास का वायदा करती है, बही दूसरी ओर गांवो मे जाकर देखा जाये तो जमीनी हकीकत कुछ अलग ही है। विकास तो हुआ है पर गांव का नहीं बल्कि गांव के प्रधान का ।
ऐसा ही एक गांव है भगता नगला जो केवलपुर टिपेड़ा ग्राम सभा मे आता है।ये गांव जनपद संभल के नगर बबराला से एक किलो मीटर दूर अनूपशहर मार्ग पर स्तिथ है। मुख्या मार्ग से गांव को जाने के लिए दो सड़कें है और दोनों ही खस्ताहाल। एक सड़क तो सड़क कम, पानी की छोटी नहर नजर आती है। इस वक़्त ये दशा है तो बरसात के मौसम मे क्या हाल होता होगा, आप स्वयं अंदाजा लगा सकते हैं।गांव बालों ने अपना नाम न खोलने की शर्त पर ये भी बताया कि ग्राम प्रधान का भाई केवलपुर टिपेड़ा में डीलर है जो अधिकांश राशन ब्लैक कर देता है। दोनों ही दवंग किस्म के व्यक्ति हैं।
भगता नगला की दोनों मुख्य सड़कों को जोड़ने बाली कम चौड़ी सड़क का भी यही हाल है।सड़क पर दोनों और नाली न होने की बजह से 80 प्रतिशत सड़क पर दोनों तरफ पानी भरा रहता है। सरकार को चाहिए कि जो पैसा वो विकास के लिए खर्च कर रही है, वो विकास के कार्य मे लगाया जा रहा है कि नही।