राजेश पाल की रिपोर्ट :
अमेठी : राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक नाबार्ड के सौजन्य से ओंकार सेवा संस्थान द्वारा विकासखंड के हरखूमऊ में गठित कृषक क्लब के किसानों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए संदर्भ व्यक्ति व पत्रकार मनोज कुमार त्रिपाठी ने कहा कि कृषक यदि अपनी असल उत्पाद के बाद उसका व्यवसायीकरण करें तो उनकी आमदनी निश्चित रूप से बढ़ सकती है। इसके लिए उन्हें बैंकों से सहायता भी प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा कि कृषि उत्पाद से अनेकों प्रकार के खाद्य पदार्थ तैयार किए जा सकते हैं, जिनका खुले बाजारों में मूल्य काफी अधिक है। किसान भाई खेती के साथ-साथ अपनी बॉडी पर भी ध्यान दें, तभी हमारी आमदनी बढ़ेगी। हमें अपनी जरूरत की सब्जी दूध अनाज आदि स्वयं उत्पादित करना चाहिए तभी हम अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। बाजार के ऊपर निर्भरता कम करते हुए अपनी अपनी आवश्यकता पूरी करनी होगी।
समन्वयक सूर्य कुमार त्रिपाठी ने कहा कि किसान भाई अधिक से अधिक उत्पादन करके अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सकते हैं। किसान अपनी फसल उत्पाद का बाजारीकरण अभी नहीं कर पा रहे हैं। नई तकनीकों को सीख कर वह इससे अधिक धनार्जन कर सकते हैं। जब तक हम खेती का व्यवसायीकरण नहीं करेंगे, हमारी उन्नति नहीं होने वाली है। अपने उत्पादों को परिष्कृत करके उनकी ब्रांडिंग और प्रचार प्रसार कर के उन्हें बाजार में बेचना होगा। बड़ी-बड़ी कंपनियां किसानों के उत्पाद को उन्हें औने पौने भाव खरीद कर चार गुना मुनाफा कमा रही हैं और किसान दिन प्रतिदिन गरीब होता चला जा रहा है।
कार्यक्रम को ब्लॉक के तकनीकी सहायक समर बहादुर यादव तथा दर्जनभर विशेषज्ञों ने संबोधित किया। कार्यक्रम में पवन कुमार यादव जालपा प्रसाद मेराज अहमद आसाराम गुरदयाल शिवकली नियाज अहमद सहित सैकड़ों किसानों ने प्रतिभाग किया।