राम धीरज यादव की रिपोर्ट :
बाराबंकी : जनपद बाराबंकी में मात्र चार दिन चली नहर से कुछ ही क्षेत्रों में हो पाई सिंचाई वहीं हजारों एकड़ की फसल अभी भी असिंचित पड़ी हुई है। सिंचाई विभाग के कारनामे से किसान हुए परेशान। बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ तहसील के अंतर्गत खंड 28 हैदर गढ़ से निकली इन्हौना नहर की शाखा सिंदुरवा में पानी नहीं छोड़ा गया जिसके चलते किसानों की गेहूं सरसों व गन्ना की फसलें खराब हो रही है।
सिंचाई विभाग के अधिकारी ने अमेठी जनपद में मुख्यमंत्री के दौरे को संज्ञान में लेते हुए सिंचाई विभाग द्वारा सिंचाई विभाग द्वारा महज चार दिन ही नहर में पानी छोड़ा गया। सवाल यह उठता है कि महज चार दिन के अंदर हजारों एकड़ फसल की सिंचाई कैसे हो यहां तक की अभी नहर की टेल तक पानी भी नहीं पहुंचा की सिंचाई विभाग द्वारा चार दिन नहर चला कर पानी का प्रवाह रोक दिया गया। सिंचाई विभाग के इस कारनामे से असिंचित भूमि के किसानों में खासा रोष देखा जा रहा है।
गौरतलब हो कि खंड 28 हैदरगढ से निकली इन्हौना नहर की शाखा सिंदुरवा व जलालपुर अचलगढ़ कोटवा शुकुलपुर ऊंचगांव आजादपुर आदि शाखाओं में अभी टेल तक पानी भी नहीं पहुंच पाया है तो आखिर किसानों की फसलों की सिंचाई कैसे हो ? किसान अपने फसलों की सिंचाई को लेकर काफी हैरान और परेशान देखे जा रहे हैं।
कई शाखाओं में सिंदुरवा माइनर जलालपुर माइनर के किसानों को सिंचाई के लिए मात्र नहर ही साधन है। इसके अतिरिक्त नलकूप बोरिंग की कोई भी व्यवस्था नहीं है। इसके बाद भी नहर विभाग अपने मनमानी रवैया पर उतारू है। रोस्टर के मुताबिक नहरे नहीं चलाई जा रही है प्.रदेश के मुख्यमंत्री सिंचाई विभाग के मंत्री के अरमानों का कोई भी असर हैदर गढ़ खंड 28 के विभाग में नहीं देखा जा रहा है। बेखौफ होकर सिंचाई विभाग के अधिकारी अपने मनमानी पर उतारू हैं।