नई दिल्ली : पीएम मोदी ने अपने एक भाषण में नाले की गैस से चाय बनाने वाले शख्स का जिक्र किया था। हालांकि पीएम मोदी के इस बयान का विपक्षी पार्टियों ने जमकर मजाक बनाया था। पीएम मोदी के पकौड़े वाले बयान और नाले की गैस से चाय बनाने की घटनाओं के जिक्र को आपस में जोड़कर विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार को रोजगार के मोर्चे पर पूरी तरह से विफल करार दिया था। लेकिन अब उन्हीं विपक्षी पार्टियों को जोर का झटका लगा है। जी हाँ, पीएम मोदी ने अपने भाषण में नाले की गैस से चाय बनाने वाले जिस शख्स का जिक्र किया था और अब वह लोगों के सामने आ गया है। इससे एक बात साफ हो गई है कि पीएम मोदी ने सच्ची घटना का जिक्र किया था, जिसका विपक्षी पार्टियों ने मजाक बना दिया।
दरअसल गाजियाबाद के साहिबाबाद में नाले के किनारे चाय बनाकर अपना गुजारा करने वाले रामू इन दिनों एक बड़ी मुहिम का हिस्सा बने हुए हैं। इन दिनों रामू नाले से निकलने वाली गैस से चाय बनाते हैं। ये गैस उन्हें पीछे बह रहे नाले से मिलती है। रामू का कहना है कि यह प्रयोग पूरी तरह से सफल रहा तो हर महीने उनकी अच्छी खासी बचत हो जाएगी।
साहिबाबाद के इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज के एक छात्र ने नाले से गैस निकालने की तकनीक का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके तहत छात्रों ने 200 लीटर के 5 ड्रम नाले में उल्टा करके डाले हैं। इनका काम नाले में बह रही मीथेन गैस को जमा करना है। ड्रम में भरी गैस को पाइप के जरिए जहां चूल्हा लगा हो वहां ले जाया जाता है।
पिंजड़ा कहीं इधर-उधर न हो इसके लिए उसके आसपास पिंजड़ानुमा लोहे के छड़ लगाए जाते हैं। कॉलेज के छात्रों का दावा है कि पीएम मोदी ने हाल ही में उन्हीं का जिक्र किया था। इसका कारण वो बताते हैं कि 2014 में उन्होंने इस तकनीक के जरिए एक चायवाले को गैस की सप्लाई दी थी। कॉलेज ने बताया कि उस समय नगर निगम ने उनके प्रोजेक्ट को बंद करवा दिया था। अब उन्होंने पीएम मोदी के बयान के बाद अपना प्रोजेक्ट फिर शुरू किया है।