जे.पी यादव की रिपोर्ट
जौनपुर। उत्तर प्रदेश विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति लखनऊ के आह्वान पर 6 सू़त्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के समस्त जिला/मण्डल कार्यालयों पर एक दिन का धरना-प्रदर्शन किया गया। उसी कड़ी मंे विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति जौनपुर ने गुरूवार को मण्डल कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद का पुनर्गठन किया जाय। इलेक्ट्रिसिटी (अमेण्डमेन्ट) बिल 2018 वापस लिया जाय और आगरा फ्रेंचाइजी व ग्रेटर नोएडा का निजीकरण निरस्त किया जाय। सरकारी क्षेत्र के बिजली उत्पादन गृहों का नवीनीकरण व उच्चीकरण किया जाय। निजी घरानों से महंगी बिजली खरीद हेतु सरकारी बिजलीघरों को बन्द करने की नीति समाप्त की जाय। बिजलीकर्मियों की वेतन विसंगतियों का तत्काल द्विपक्षीय वार्ता द्वारा निराकरण किया जाय। वर्ष 2000 के बाद भर्ती सभी कार्मिकों के लिये पुरानी पेंशन प्रणाली लागू की जाय। सभी श्रेणी के समस्त रिक्त पदों पर नियमित भर्ती की जाय और नियमित प्रकृति के कार्यों में संविदा व ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर संविदाकर्मियोें को तेलंगाना सरकार के आदेश की तरह नियमित किया जाय। विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता इं. हरीश प्रजापति व संचालन जिला संयोजक निखिलेश सिंह ने किया। इस मौके पर इं. बीके गुप्ता, इं. एसके सनोरिया, इं. राम अधार, संजय यादव, अश्वनी श्रीवास्तव, मोहन पाण्डेय, विजय यादव सहित अन्य वक्ताओं ने चेतावनी दी कि सरकार ने हमारी मांगों को पूरा नहीं किया तो आगामी 8 एवं 9 जनवरी 2019 को लाइटिंग हड़ताल पर जाने के लिये व बाध्य होंगे। इस अवसर पर इं. प्रभाकर सिंह, इं. अरविन्द यादव, अशोक मौर्या, प्रभात पाण्डेय, गिरीश यादव, प्रदीप श्रीवास्तव, सन्तराम, निधि श्रीवास्तव, सागर श्रीवास्तव, विजय चौहान, प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव, राशिद, अफजाल, सन्तोष श्रीवास्तव, रतन श्रीवास्तव, चन्द्रशेखर उपाध्याय, प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव, सर्वेश यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।