नई दिल्ली : महानगरों में हीं नहीं, बल्कि देश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब प्रदुषण ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। बात अगर महानगरों की करें, तो यहाँ प्रदुषण ने खतरनाक स्तर को पार कर लिया है और इसमें लागातार वृद्धि दर्ज़ की जा रही है। जहाँ एक तरफ प्रदुषण से निपटने को लेकर कई राज्यों की सरकार सर वादे और दावे करती है, वहीँ हरियाणा में प्रदुषण के मामले में बड़ी कार्यवाही करते हुए 6 लाख वाहनों का पंजीकरण रद्द कर दिया गया है। ये वैसे वाहन हैं, जो प्रदुषण फ़ैलाने के लिए जिम्मेदार हैं।
हरियाणा के एनसीआर जिलों में फरीदाबाद, गुरुग्राम, मेवात, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, भिवानी (चरखी दादरी), महेंद्रगढ़, जींद, करनाल का नाम शामिल है। इन जिलों के 10 वर्ष पुराने डीजल और 15 वर्ष पुराने पेट्रोल वाहनों को प्रतिबंधित किया गया था। जिन वाहनों का पंजीकरण रद्द कर दिया गया है उनमें 2,87,613 पेट्रोल वाहन और 3,07,453 डीजल ईंधन वाले बस, कार, मोटरसाइकिल, एंबुलेंस आदि वाहन शामिल हैं।
आपको बता दें कि अक्तूबर में हरियाणा के परिवहन विभाग ने एक नोटिस भी जारी किया था कि 10 वर्ष पुराने डीजल वाहन और 15 वर्ष पुराने पेट्रोल वाहन यदि सड़कों पर चलते हुए पाए जाएंगे तो इसे सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल (एनजीटी) के आदेश का उल्लंघन माना जाएगा। संबंधित वाहन को जब्त कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
Check Also
पाकिस्तानी आतंकी बाबर भाई मुठभेड़ में ढेर, 4 साल से था घाटी में एक्टिव
पाकिस्तानी आतंकी बाबर भाई मुठभेड़ में ढेर, 4 साल से था घाटी में एक्टिव जम्मू-कश्मीर …
74 साल बाद करतारपुर कॉरिडोर के जरिए मिले दो भाई, बंटवारे ने किया था अलग
1947 में जब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ तो मोहम्मद सिद्दीक नवजात थे। उनका …