राजू आर्या पर हुये जानलेवा हमले में पुलिस अभी तक बे-सुराग, साजिश दे रही राजू आर्या को मौत की दस्तक

अनेश कुमार की रिपोर्ट :

एटा : साल 2018 के अलविदा होने के अंतिम दिन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश स्तरीय युवा तुर्क नेता राजू आर्या पर अपने ही घर के नजदीक पीएसी-मारहरा रोड के गांव नगला मोती के चैराहे पर शाम के धंुधलके में उनकी हत्या करने के उद्देश्य से बाइक सवार कुछ बदमाशों ने अचानक उनको निशाना बनाते हुए उनकी गाड़ी पर की गयी ताबड़तोड़ फायरिंग से यह तो स्पष्ट हो चला है कि राजू आर्या को राजनैतिक गलियारों से उपजी साजिश जानलेवा दस्तक देने लगी है। पहले जान से मारने की फोन पर धमकी और रिपोर्ट लिखाने के चंद 72 घण्टों के अंदर उनकी गाड़ी पर जानलेवा फायरिंग को अंजाम भी दे दिया गया, गनीमत यह रही कि राजू आर्या इस हमले में बाल-बाल बच गये किन्तु पुलिस अभी तक हमला करने वालों का सुराग लगा पाने में नाकामयाब रही है।

बताते चलें कि राजू आर्या एक ऐसा नाम जो प्रदेश के बाहुबली पूर्व सांसद डीपी यादव तथा उप्र सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री बाहुबली राजा भैया के अति निकटस्थ लोगों में गिने जाने वाली पंक्तियों में शुमार रहे, उनके द्वारा जैसे ही प्रदेश सरकार के पूर्व कद्दावर कैबिनेट मंत्री एवं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का आशीर्वाद प्राप्त कर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की सदस्यता हजारों लोगों के साथ लखनऊ की जनाक्रोश रैली में जैसे ही ग्रहण की गयी, उसके बाद से ही उनकी हत्या भाड़े के शूटरों द्वारा किये जाने की योजना राजनैतिक साजिश के तहत की जाने लगी।

राजू आर्या जोकि विकास खण्ड मारहरा के निर्वाचित सदस्य ही नहीं बल्कि उनकी पत्नी ममता यादव भी क्षेत्र पंचायत सदस्य निर्वाचित होने के पश्चात उनके द्वारा वर्तमान ब्लाक प्रमुख के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव भी उनके राजनैतिक गतविद्वेष का जहां कारण हो सकता है वहीं आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में होने वाले निर्वाचन में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव, कहीं राजू आर्या को मारहरा विधानसभा से प्रत्याशी न घोषित कर दें, इसको लेकर भी राजनैतिक प्रतिस्पर्धा की रणनीति के तहत उनको किनारे लगाने के लिए क्षेत्रीय शूटरों के साथ-साथ बाहर के भी भाड़े के शूटरों का संपर्क जिले के कुछ कद्दावर नेताओं से होने की चर्चाएं हैं।

राजू आर्या पर हुये जानलेवा हमले के घटना स्थल नगला मोती के आसपास यदि हम गौर करते हैं तो राजू आर्या की बिरादरी के ही कुछ टाॅप क्रिमनल जोकि अभी हाल ही में एटा जिला जेल से बाहर आये हैं, जोकि शार्प शूटर ही नहीं बल्कि बहुचर्चित एटा के एक प्राइवेट डाक्टर के अपहरण तथा लूट व अन्य कई हत्याओं के मुजरिम रहे हैं, उन पर भी शंकाओं के बादल मंडरा रहे हैं। क्योंकि जिस तरीके से 31 दिसंबर की शाम साढ़े छह बजे नगला मोती चैराहे पर राजू आर्या की टाटा सफारी पर उन्हें जान से मारने की नीयत से फायरिंग की गयी वह किसी छोटे-मोटे अपराधी का कारनामा न होकर किसी अच्छे शूटर की ओर इशारा करता है। बहरहाल राजू आर्या का परिवार इस समय दहशत में है।

हालांकि राजू आर्या के पास सुरक्षा के लिहाज से एक गनर उपलब्ध है लेकिन गत 31 दिसंबर की घटना यह अहसास कराती है कि सुरक्षात्मक दृष्टि से राजू आर्या की सुरक्षा के लिए कम से कम दो गनर एवं उनके आवास पर भी सुरक्षा मुहैया कराना उनके जिन्दा रहने के लिए आवश्यक है। राजू आर्या ने अपने ऊपर हुये हमले के संदर्भ मंे थाना मिरहची पर मु.अ.सं. 355 अंतर्गत धारा 307/427 के अंतर्गत रिपोर्ट तो दर्ज करायी है लेकिन थाना पुलिस तीन दिन गुजर जाने के बाद भी जिन शार्प शूटरों ने उनकी कार टाटा सफारी पर उन्हें जान से मारने की नीयत से जबर्दस्त फायरिंग की, उनका पता लगाने में बे-सुराग साबित हुयी है।

About Kanhaiya Krishna

Check Also

लखीमपुर हिंसा केस का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के सामने पेश

लखीमपुर हिंसा केस का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के सामने पेश

रिपोर्ट : सलिल यादव लखीमपुर हिंसा केस के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा जांच एजेंसी के …

कानपुर : बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी देंगे टिकट कानपुर से लड़ेंगी चुनाव

कानपुर : बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी देंगे टिकट कानपुर से लड़ेंगी चुनाव

रिपोर्ट : सलिल यादव   पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन कानपुर से …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *