पटना से शशि यादव की रिपोर्ट
पटना : पूर्ण शराब बंदी लागू होने के बाद से गांजा की तस्करी बिहार के अंदर काफी जोर पकड़ चुकी है. तस्करी के लिए नए—नए तरीके इजाद किया जा रहे हैं. ताकि तस्करी कर भेजा जा रहा कंसाइनमेंट पुलिस के हाथ न लगे और उनका भेजा गया लाखों रुपए का माल अपने सही ठिकाने पर पहुंच जाए. लेकिन तस्करों के खिलाफ पुलिस ने भी अपने इंटेलिजेंस को मजबूत कर रखा है. जिससे तस्करी का भेजे गए गांजा की एक बड़ी खेप को पकड़ा गया है. वो भी पटना जंक्शन स्थित रेल मेल सर्विस यानी कि RMS से.
RMS में 7 बोरियां आई थी. जब इसे खोल कर देखा गया तो उसमें 13 बंडल मिला. हर एक बंडल में करीब 10 किलो गांजा रखा. इस बार गांजा की तस्करी का बिल्कुल ही नया तरीका सामने आया है. 130 किलो गांजा की इस खेप को त्रिपुरा से हाजीपुर के लिए बुक किया गया था. लेकिन आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि ये खेप सीधे ट्रेन से पटना नहीं आया. बल्कि प्लेन के जरिए पटना लाया गया था. फिर पूरी खेप पटना जंक्शन स्थित RMS पहुंची. यहां से हाजीपुर के उस पते पर भेजा गया, जिस पर गांजा की इस खेप को बुक किया गया था. लेकिन वो पूरा पता फर्जी निकला.
पहचान पत्र के रूप में पोस्टमैन को उस नाम का आधार कार्ड नहीं दिखाया गया, जिस नाम से उसे बुक किया गया था. इस कारण हाजीपुर से पूरी खेप वापस पटना आ गई. RMS के अधिकारी इस पूरी खेप को वापस रिटर्न कर रहे थे. इसी बीच अपने इंटेलिजेंस के जरिए इकोनोमिक आॅफेंस यूनिट और एसटीएफ को गांजा के इस खेप की जानकारी मिली. फिर मंगलवार की देर शाम दोनों टीम ने रेल पुलिस की मदद से RMS में छापेमारी की. वहां से गांजा की खेप को बरामद किया.
अब पूरे मामले की जांच चल रही है. त्रिपुरा में इसे किसने बुक किया था, हाजीपुर में इसे रिसीव कौन करने वाला था? इसका पता लगाया जा रहा है. ईओयू के एएसपी विश्वजीत दयाल की मानें तो आगे की जांच में सब कुछ साफ हो जाएगा. उनकी टीम पूरे मामले की छानबीन में जुटी है. जब्त गांजा की खेप की कीमत 50 लाख से भी अधिक की है.