त्रिपुरारी यादव की रिपोर्ट :
वाराणसी : राजघाट पर वाटर एम्बुलेंस के साथ तैनात एनडीआरएफ की मेडिकल टीम ने गंगा नदी में डूब रही 50 वर्षीया महिला की जान बचायी और वाटर एम्बुलेंस की सहायता से बी एच यू ट्रौमा सेंटर में भर्ती कराया | घटना दिनांक 17 अप्रैल की सुबह लगभग साढ़े आठ बजे की है जब महिला नाम चुन्नी देवी निवासी अनाथालय, मेंटल हॉस्पिटल पाण्डेयपुर वाराणसी, ने किसी कारणवर्ष राजघाट पुल से गंगा नदी में छलांग लगा दी |
विदित है की 11 एनडीआरएफ की मेडिकल टीम वाटर एम्बुलेंस के साथ चौबीसों घंटे राजघाट पर स्थित रहती है और किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय आपातकाल में गंगा किनारे रहने वाले लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए नदी में भ्रमण करती रहती है | मौके पर तैनात एनडीआरएफ की मेडिकल टीम ने महिला को डूबते हुए देखा तो तुरंत एनडीआरएफ के बचावकर्मीयो ने गहरे पानी से महिला को बाहर निकालकर उसकी जान बचायी | ऊँचाई से कूदने के कारण महिला के दायें टखने की हड्डी टूट गयी थी और रक्त भी बह रहा था, घटनास्थल पर उपस्थित एनडीआरएफ की वाटर एम्बुलेंस में महिला को तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया जिसमें स्प्लिन्टिंग की सहयता से टूटी हड्डी को सुरक्षित किया, रक्तश्राव को रोका, ऑक्सीजन दिया और अन्य जीवन रक्षक उपायों की सहायता से महिला की स्थिति को स्थिर किया गया | तदोपरांत महिला को वाटर एम्बुलेंस की सहायता से अस्सी घाट तक पहुँचाया और एम्बुलेंस 108 की सहायता से आगे एच यू ट्रौमा सेंटर में भर्ती कराया | फ़िलहाल महिला कबीर चौरा हॉस्पिटल वाराणसी में भर्ती है जहाँ उसकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है |
गतवर्ष प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी आगमन पर यह निशुल्क सेवा वाटर एम्बुलेंस की ज़िम्मेदारी 11 एनडीआरएफ को सौंपी गयी थी जिसमें हर समय एनडीआरएफ के पैरामेडिक और नर्सिंग स्टाफ तैनात रहकर नदी के रास्ते से आपातकालीन स्थिति में रोगियों को अस्सी घाट तक पहुँचाने का कार्य करते है जिससे कि सड़क ट्रेफिक से बचा जा सके और रोगी को जल्द से जल्द बीएचयू ट्रौमा सेंटर तक पहुँचाया जा सके | इस कार्य में एनडीआरएफ के रेस्कुएर्स और मेडिकल टीम हर समय तैनात रहकर मानव जीवन को बचाने में योगदान दे रहे है |