राम धीरज यादव की रिपोर्ट :
बाराबंकी : 11 नवम्बर का दिन भारत सरकार के पहले शिक्षा मन्त्री व भारत रत्न से सम्मानित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की याद में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में बेसिक उर्दू टीचर्स वैलफेयर एसोसिएशन उ प्र के तत्वावधान में गांधी सभागार में बडी धूम धाम से मनाया गया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर अहसन बेग ने कहा कि शिक्षा दिवस का आयोजन करके महान स्वतंत्रता सेनानी और प्रथम शिक्षा मन्त्री को याद करने का अवसर प्रदान किया है । उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान को मौलाना अबुल कलाम आज़ाद जैसे सपूतों की जरूरत है । मौलाना साहब ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने के साथ- साथ ज्ञान के प्रकाश को फैलाने का कार्य किया है ।
मुख्य अतिथि जैदपुर विधायक उपेन्द्र रावत ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा कार्य है जो पवित्र होने के साथ-साथ अन्धकार को प्रकाश मे बदलता है। पूर्व अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष ग़यासुद्दीन किदवाई ने कहा कि भारतीय गंगा जमुनी संस्कृति को बचाने के लिए युवाओं के आगे आने का आह्वान किया ।
कार्यक्रम को देश हित में करार देते हुए बेसिक उर्दू टीचर वैलफेयर एसोसिएशन को मुबारकबाद पेश की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपाध्यक्ष मो शारिक ,कोषाध्यक्ष सय्यद मो जफर आलम , प्रवक्ता डा मो राशिद मो आसिम,जफरूलहसन सहित दर्जनों जिलो के सैकड़ों उर्दू अध्यापक मौजूद रहे ।