सुनील विश्राम की रिपोर्ट
चन्दौली : सरकार महिलाओं की सुरक्षा के कितने भी दावे कर ले, लेकिन जमीनी हकीकत दावों से बिल्कुल उलट है। खासकर भारतीय रेल महिलाओं के लिए अब महफूज नहीं रह गई। ताजा मामला कोलकाता से लखनऊ जा रही 04205 अप स्पेशल ट्रेन का है, जहाँ बदमाशों ने महिला से पैसे लूटने के बाद उसे और उसके 5 साल के बेटे को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया।
घटना मुगलसराय वाराणसी रुट के व्यासनगर रेलवे स्टेशन की है, जहां बीती रात कुछ लोगों ने कोलकाता लखनऊ स्पेशल ट्रेन से एक महिला और एक बच्चे को बाहर गिरते देखा। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला और बच्चे को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां उनकी गंभीर हालत देखते हुए दोनों को ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। फिलहाल दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है।
बताया जा रहा है कि महिला वर्द्धमान से बरेली जा रही थी। इसी बीच ट्रेन के बोगी में उसे अकेला पाकर बदमाश ने पहले तो उसके पैसे छीन लिए, उसके बाद जब महिला ने विरोध किया तो उसे और उसके 5 साल के बेटे को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। बता दें कि भारतीय रेल द्वारा ट्रेनों में महिलाओं की सुरक्षा के तमाम दावे किए जाते हैं। यहां तक कि ट्रेनों में महिला कांस्टेबल की नियुक्ति की भी बात की जाती है, लेकिन जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है। कुछ वीआईपी ट्रेनों को छोड़ दे तो बाँकी सभी ट्रेने बिना जीआरपी-आरपीएफ एस्कार्ट के ही दौड़ रही है। बात महिला कांस्टेबल की तैनाती की करें, तो यह योजना चंद दिनों के लिए चुनिंदा ट्रेनों में शुरू हुई, लेकिन उसके बाद सरकारी फाइलों में दब कर रह गयी।