नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में टीएमसी विधायक की अज्ञात हमलवारों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी, जब वो अपनी पत्नी और 7 महीने के बेटे के साथ अपने क्षेत्र में सरस्वती पूजा के कार्यक्रम में गए थे। वहीँ नदिया जिले की कृष्णागंज विधानसभा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक सत्यजीत बिस्वास की हत्या के बाद इस मामले को लेकर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है, क्योंकि हत्या से जुड़े FIR में बीजेपी नेता मुकुल रॉय का नाम है।
अब तक बीजेपी की तरफ से राजनीतिक हिंसा का आरोप झेल रही राज्य में सत्ताधारी टीएमसी ने आरोप लगाने में देरी नहीं की और कह दिया कि यह हत्या बीजेपी द्वारा प्रायोजित है। दूसरी तरफ बीजेपी का आरोप है कि यह टीएमसी में आपसी कलह का नतीजा है और हत्या की सीबीआई जांच की मांग की है। बहरहाल, टीएमसी विधायक की हत्या ऐसे समय हुई है जब लोकसभा चुनाव को लेकर राज्य में पहले से ही बीजेपी और टीएमसी के बीच राजनीतिक तनाव बना हुआ है।
फिलहाल पुलिस टीएमसी विधायक सत्यजीत बिस्वास की हत्या के मामले की जांच कर रही है और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तो वहीं हंसखाली पुलिस स्टेशन के इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह राजनीतिक हत्या का मामला है, जैसा आरोप टीएमसी लगा रही है।