नई दिल्ली : भारतीय ट्रैन अक्सर अपनी लेटलतीफी को लेकर सुर्ख़ियों में रहती है। ट्रेनों का 5-6 घंटे लेट होना तो जैसे अब आम बात हो गई है और अब लोग भी इसके आदी हो चुके हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि रेलवे को इस लेटलतीफी के लिए लोगों के आक्रोश का सामना न करना पड़ता हो। लेटलतीफी को लेकर लोग अक्सर रेलवे की आलोचना करते हैं। हालाँकि इससे निपटने के लिए अब रेलवे ने प्लान तैयार कर लिया।
ट्रेनें समय पर चले, इसके लिए रेलवे ने नया प्लान तैयार किया है। अब हर रविवार को देश की सभी रेल लाइन और रूट की मरम्मत के लिए मेगा ब्लॉक रहेगा। सरकार ने एक पॉलिसी तैयार की है जिससे हर सप्ताह रविवार को 5 से 8 घंटे के लिए रेल लाइन को ब्लॉक कर दिया जाएगा। ये सभी ट्रेनों और सभी रूटों पर होगा। रेलवे का दावा है कि इससे बाकी दिनों में ट्रेनें लेट नहीं होंगी।
रेलवे पटरियों को सुधारने के लिए कई जगह मेगा ब्लॉक लेती है। हालांकि इसके लिए पहले से अखबारों में विज्ञापन और सोशल मीडिया के जरिए पहले से सूचना दे दी जाती है, जिससे ट्रेनों का परिचालन का समय आगे या फिर पीछे किया जाता है।इससे रेल यात्री पहले से तैयार रहते हैं। कई बार लंबी दूरी की रेलगाड़ियों के यात्रियों को बीच यात्रा में इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब सोमवार से लेकर के शनिवार तक किसी भी तरह का ब्लॉक नहीं लिया जाएगा।
देरी की स्थिति में समय की भरपाई के लिए अधिकतम अनुमति वाली गति से ट्रेन चलाने के लिए रेल मंत्रालय ने चालकों को कहा है। नए दिशानिर्देश साल 2000 में जारी एक आदेश का स्थान लेंगे, जिसमें कहा गया था कि समय पर होने के बावजूद ट्रेनों को अधिकतम अनुमति गति (एमपीएस) से चलाया जाएगा। दरअसल ओवर स्पिडिंग की डर से लोको पायलट एमपीएस पर ट्रेन चलाने से बचते हैं और इसी वजह से रेलगाड़ियां लेट हो जाती हैं। गौरतलब है कि स्वीकृत गति से अधिक पर ट्रेन चलाने पर दंड का प्रावधान है।