राम धीरज यादव की रिपोर्ट :
बाराबंकी : ग्राम मंगोली थाना कोतवाली नगर फतेहपुर जनपद बाराबंकी का एक मामला प्रकाश में आया है। मंगोली के विक्रम अपनी पत्नी रूपमती के साथ हिंद अस्पताल जा रहे थे। यहां पर उसके पुत्र हंसराज का इलाज चल रहा था और पति-पत्नी दोनों सफेदाबाद चौराहे पर अपने पुत्र के लिए फल लेने के लिए आए हुए थे।
उसी समय मंत्री जी के काफिले के साथ पुलिस वाहन गाड़ी नंबर यूपी 032 बीजी 2954 के चालक तेज रफ्तार से लखनऊ की तरफ जा रहे थे, जिसने विक्रम की पत्नी रूपमती को टक्कर मार दी। विक्रम की पत्नी काफी घायल हो गई। रूपमती को हिंद अस्पताल उपचार के लिए भेज दिया गया, जहां पर डॉक्टरों ने मरीज की हालत गंभीर देखते हुए लखनऊ ड्रामा सेंटर रेफर कर दिया था।
वहां पर भर्ती कराने के बाद हालत को गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने बलरामपुर अस्पताल लखनऊ भेज दिया, लेकिन मंत्री जी के दबाव में आने के कारण एंबुलेंस के चालक ने बलरामपुर अस्पताल ना ले जाकर विक्रम की पत्नी रूपमती को गंभीर हालत में उसके गांव में छोड़ गया और दिनांक 29/12 /2018 को विक्रम की पत्नी रूपमती की मृत्यु हो गई।
फतेहपुर पुलिस ने मंत्री जी के दबाव में आकर लाश का जबरदस्ती अंतिम संस्कार करवा दिया। आखिर यह कहां का न्याय है ? विक्रम की पत्नी रूपमती को इलाज समय से ना होने के कारण उसकी मृत्यु हो गई और फतेहपुर पुलिस मंत्री जी के कहने पर जबरदस्ती अंतिम संस्कार भी करवा दिया। योगी सरकार को शर्मसार कर रही फतेहपुर कोतवाली नगर की पुलिस ? अब देखना ये है कि इस मामले में कोई कार्यवाही होती है या नहीं।