नई दिल्ली : नीरव-माल्या जैसे भगौड़ों को लेकर मोदी सरकार की काफी आलोचनाएं हो रही है। भारी-भरकम क़र्ज़ लेकर देश से फरार होने वाले ऐसे लोगों के लिए लोग यहाँ की सरकार को जिम्मेदार मानते हैं, जिसपर संज्ञान लेते हुए पीएम मोदी ने अब भगौड़ों पर शिकंजा कसने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है। जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर ऐसे लोगों पर कार्यवाही के लिए प्लान तैयार किया है।
पीएम मोदी ने वित्तीय अपराध को दुनिया के लिए बड़ा खतरा बताया और इसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए 9 सुत्रिए एजेंडा दुनिया के सामने रखा। साथ ही पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के आतंकरोधी नेटवर्क को और ज्यादा मजबूत करने का सुझाव दिया। बैठक में कालेधन के मुद्दे को प्रमुखता से रखते हुए पीएम मोदी ने कालेधन के खिलाफ सभी देशों को एकजुट होने की बात कही।
इस दौरान उन्होंने भगोड़े आर्थिक घोटालेबाजों का भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने अपने भाषण में आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया और कहा कि इस समय आतंकवाद के खतरे का सामना पूरी दुनिया कर रही है। ब्यूनो आयर्स में जी 20 शिखर सम्मेलन से इतर हुई राजनेताओं की बैठक में मोदी ने कहा, ‘दुनिया भर के देशों को आतंकवाद और आर्थिक अपराधों से निपटने के लिए एकजुट होना चाहिए और यह आज की जरूरत है। हमें आतंकवाद, कट्टरवाद और वित्तीय अपराधों के खिलाफ मिलकर कदम उठाना होगा.’
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