राकेश द्विवेदी की रिपोर्ट :
संत कबीर नगर : जनपद में फर्जी शिक्षकों की संख्या बहुत है। फर्जी शिक्षक जिला संत कबीर नगर के शिक्षा विभाग के अधिकारियों के सह पर चल रहे हैं, जबकि दूसरे की मार्कशीट पर दूसरे जनपद में जाकर के ड्यूटी करते हैं और सरकार को प्रतिमाह 50 से 60 हजार का चूना लगाते है। कुछ शिक्षक जनपद संत कबीर नगर के ऐसे भी हैं जो कि रिटायर हो चुके हैं, लेकिन सब कुछ जानते हुए जिला संत कबीर नगर के शिक्षा विभाग के अधिकारी मौन है।
एक मीडिया संस्थान के प्रमुख द्वारा लिखित पत्र के रूप में अवगत कराया गया, परंतु फिर भी संतकबीर नगर का शिक्षा महकमा मौन है। सूत्रों के माध्यम से यह जानकारी हुई कि फर्जी शिक्षकों के वेतन का आधा हिस्सा शिक्षा विभाग को जाता है, इसलिए मौन धारण किये हुऐ है। जिले के वरिष्ठ अधिकारी एवं बाबू मिलकर के हजम कर जाते हैं, जिससे उनके साथ फर्जी शिक्षक आराम से चैन की बांसुरी बजा रहे हैं। यह खेल बहुत दिनों से चला आ रहा है। अखिर कब तक सरकार को फर्जी शिक्षक चुना लगते रहेंगे ? आखिर इन पर क्यों शिक्षा महकमा मेहरबान है ?