संतोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट
बलिया : सोमवार की देर शाम विकास भवन में मुख्य सचिव के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बाढ़, विकास कार्य, राशन कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना, पोषण मिशन, आयुष्मान भारत वृक्षारोपण समेत अन्य कार्यक्रमों की समीक्षा हुई। मुख्य सचिव अनूप चंद पांडेय ने संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। बाढ़ की तैयारी व वृक्षारोपण पर उनका विशेष फोकस रहा।
मुख्य सचिव ने आगामी बाढ़ को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। कहा कि राहत कैंप सुरक्षित स्थानों पर बनाया जाए। जमीनी स्तर तक सारी तैयारियां पूरी कर ली जाए। खाने का पैकेट वाटरप्रूफ मटेरियल के साथ समय से तैयार हो। पर्याप्त नावों की की व्यवस्था कर ली जाए। अगर अपने जिले में कम पड़े तो अन्य जिलों से मंगा ली जाए। सेना व एनडीआरएफ, फ्लड पीएसी कंपनी से पहले से ही संपर्क कर लिया जाए। जरूरत के हिसाब से मैसेज व सोशल मीडिया के माध्यम से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सूचित किया जाए कि वे सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं। जलभराव, बाढ़ व घर गिरने पर किसी प्रकार की जनहानि होने पर चार लाख रुपया 24 घंटे के अंदर आश्रितों को दिया जाए। घायलों को 50 हजार की सहायता की जाए। मकान गिरने पर स्थिति के हिसाब से तीन हजार दो सौ से 92 हजार तक की सहायता दी जाए। बर्तन एवं कपड़ों के लिए भी धनराशि दी जाएगी। बाल संरक्षण के लिए जिलों को पर्याप्त पैसा आवंटित कर दिया गया है। नीचले इलाकों को भी चिन्हित कर लिया जाए।
वृक्षारोपण के संबंध में कहा कि लक्ष्य के हिसाब से गड्ढे तत्काल खुदवा दिया जाए। पौधों की उपलब्धता समय सुनिश्चित कराई जाए। जेसीबी मशीन से भी गड्ढा खोदने का कार्य किया जा सकता है। इस कार्य को विशेष प्राथमिकता पर रखते हुए लगातार मॉनिटरिंग की जाए। मुख्य सचिव ने राशन कार्ड से वंचित लोगों को लाभ देने के लिए कार्यवाही करने के निर्देश दिए। शहर में जलजमाव से राहत दिलाने के लिए पंपिंग सेट का इंतजाम रखने के निर्देश स्थानीय निकाय के अधिशासी अधिकारियों को दिए। यह भी कहा कि जिनके घर बहुत ज्यादा जर्जर हो गए हों, उनको तत्काल नोटिस जारी किया जाए। उन्होंने विकास कार्यों से जुड़े अधिकारियों को भी जरूरी दिशा निर्देश दिए। सीडीओ बद्रीनाथ सिंह, एडीएम मनोज सिंघल, डीएफओ श्रद्धा यादव, डीएसओ केजी पांडेय आदि रहे।