राघवेन्द्र तिवारी की रिपोर्ट
मोहनलालगंज तहसील क्षेत्र के बक्खाखेङा गाँव में बीते बारह दिनो से खसरे की चपेट में आई मासूम बच्ची की इलाज के अभाव में मौत हो गयी,दो बच्चे खसरे की चपेट मे डाक्टरो व स्वास्थकर्मियों की टीम ने गाँव में जाकर बच्चो की जाँच व बाँटी दवाय मोहनलालगंज।मोहनलालगंज के बक्खाखेङा गाँव में बीते बारह दिनो से खसरे की चपेट में आई मजदूर की मासूम बच्ची की इलाज समय रहते इलाज ना मिलने के चलते सोमवार को दम तोङ दिया।वही मजदूर की दो अन्य बेटिया भी कई दिनो से खसरे की चपेट में है।मगंलवार की सुबह खसरे की चपेट में आयी मासूम की मौत की खबर लगते ही सीएचसी अधीक्षक ने गाँव में डाक्टरो की टीम भेजकर मजदूर के खसरे की चपेट में आये पीङित मजदूर की अन्य दो मासूम बच्चियों सहित अन्य बच्चो की जाँचे करने के साथ दवाओ का वितरण कराया।वही सीएचसी अधीक्षक ने बताया डाक्टरो की एक टीम प्रतिदिन गाँव मे बीमारी की सम्पति तक निगरानी करेगी।
जानकारी के अनुसार मोहनलालगंज के बक्खाखेङा गाँव निवासी मजदूर सरवन कुमार ने बताया उनकी मासूम बेटी करीना(7वर्ष) बीते आठ दस दिनो से शरीर मे छोटे-छोटे दाने होने के साथ तेज बुखार,जुकाम,खाँसी,हाथो-पैरो में दर्द से पीङित थी। सोमवार को बेटी करीना की मौत हो गयी।वही उससे छोटी बेटी वन्तिका(5वर्ष) व जान्हवी(3वर्ष)भी बीते कई दिनो से इसी लक्षणो वाली सदिग्धं बीमारी की चपेट में है।बेटी की मौत के बाद मजदूर सरवन पत्नी के साथ साथ दोनो मासूम बेटियों को लेकर सीएचसी पहुँचा जहाँ अधीक्षक डा०मिलिन्द वर्धन सहित बाल रोग विशेषज्ञ डा०अखिलेश कुमार ने दोनो बच्चियों की जाँच करने के साथ खसरे की बीमारी के चपेट में होने की बात कहते हुये दोनो मासूम बच्चियों को इलाज शुरू किया ओर परिजनो को दवाये टाइम से देने व घर में साफ-सफाई रखने के निर्देश दिये।सीएचसी अधीक्षक डाँ०मिलिन्द वर्धन ने बताया बक्खाखेङा गाँव में डा०अखिलेश कुमार के नेतृत्व में स्वास्थकर्मियों की टीम भेजकर डोर टू डोर बच्चो की जाँच करायी गयी जिसमें अन्य बच्चो के भी खसरे के बीमारी के लक्षण दिखे है परिजनो को दवाओ देने के साथ टीम ने टाइम से दवा खिलाने की बात कही।अधीक्षक ने बताया टीम बीमारी की सम्पत्ति तक गाँव में प्रतिदिन कैम्प करेगी।