संतोष शर्मा की रिपोर्ट
बलिया। नगर पालिका परिषद के चेयरमैन एवं सभासदो के मध्य छिड़ी जुबानी जंग का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर निकला है। जिसकी जद में आने के कारण ईओं दिनेश विश्वकर्मा को काफी जलालत झेलनी पड़ी। हुआ यूं कि सभासदो द्वारा बीतें 10 सितम्बर को नगर में कराये गये विकास कार्यो की जानकारी नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी से सूचना के अधिकार के तहत मांगी थी। इस बाबत जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारौत ने भी ईओ को सभासदो को आवश्यक सूचनाये मुहैया कराने का निर्देश दिया था। लेकिन तकरीबन एक माह का समय व्यतीत होने के उपरांत भी ईओ द्वारा सभासदों को छह बिंदुओ पर मांगी गयी सूचनाये मुहैया नहीं करायी गयी। जिससे क्षुब्ध होकर शुक्रवार को नगर पालिका परिषद के अधिकांश सभासद जिलाधिकारी से मिले और ईओ पर डीएम के आदेश की अनदेखी करने का आरोप लगाया। जिससे नाराज डीएम ने तुरंत अधिशासी अधिकारी को तलब कर लिया और जमकर लताड़ लगाई और सभासदो को सम्बंधित पत्रावली तत्काल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बता दे कि सभासदो ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत अधिशासी अधिकारी दिनेश विश्वकर्मा से नल की सफाई में हुये व्यय, बिना टेंडर कराये गये फर्जी नाले की सफाई का भुगतान, कूड़ादान एवं डस्टबीन की आपूर्ति का ठेका के नाम पर हुआ फर्जीवाड़ा, आर्यन ग्रुप द्वारा नगर के 11 वार्डो में सफाई के नाम पर किये जा रहे घालमेल, और एलईडी लाइट लगाने के नाम पर हुई धांधली से सम्बंधित जानकारी मांगी थी। इन्हीं बिंदुओं पर ईओं द्वारा जानकारी नहीं देने क्षुब्ध होकर सभासद शुक्रवार को डीएम से मिले थे। जिलाधिकारियों से मिलने वालों में मुख्य रूप से संतोष सिंह लड्डू, हरिशंकर राय, ददन यादव, सुमित मिश्रा गोलू, अमित दुबे, पम्मी सिंह, कन्हैया जयसवाल, उमेश कुमार, संजय यादव, मधुलिका गुप्ता, मोहिनी शाह, शमशाद आदि शामिल रहे।