नई दिल्ली : 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले जहाँ एक तरफ कांग्रेस महागठबंधन के जरिये बीजेपी को धूल चाटने की कोशिशों में जुटी है, वहीँ बीजेपी की कोशिश भी एनडीए में शामिल दलों को साथ बनाये रखने की है। इसी क्रम में बीजेपी को एक बड़ी खुशखबरी मिली है। जी हाँ, कुछ दिनों पहले एनडीए से नाता तोड़ने वाले एक राजनीतिक दल ने फिर से साथ आने के संकेत दिए हैं।
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने एनडीए से अपना नाता खत्म कर लिया था, लेकिन अब टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने एक बार फिर बीजेपी से सुलह के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि अगली बार प्रधानमंत्री कोई भी बने, वो उसका समर्थन देने का तैयार हैं। वह उसके साथ (प्रधानमंत्री) मिलकर काम करेंगे। चूंकि, भाजपा इस वक्त देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। इसलिए माना जा रहा है कि 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ही अपना परचम लहराएगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर केंद्र की सत्ता पर काबिज होंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य के विभाजन के समय नरेंद्र मोदी जो कि उस समय प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे, ने वादा किया था कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाएगा। इसी आशा में हमने एनडीए के साथ गठबंधन किया और तब से लेकर अब तक मैं 29 बार दिल्ली जा चुका हूं और केंद्रीय मंत्रियों से वादा पूरा करने का आग्रह कर चुका हूं। लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी। इस लिहाज से हमारा गठबंधन में शामिल रहने का कोई मतलब नहीं बनता था।
उन्होंने कांग्रेस का साथ देने और विपक्ष के हमेशा एकजुट रहने के सवाल पर कहा कि भारत में सभी विपक्षी दलों की अपनी-अपनी मजबूरियां हैं। कुछ राज्यों में वो एक-दूसरे के खिलाफ ही चुनाव लड़ते हैं। हमें इसका हल निकालना होगा और साथ मिलकर काम करना होगा।
उन्होंने फिर दोहराया कि उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई नेता हैं जो मुझसे अधिक सक्षम और योग्य हैं। मेरी दिल्ली जाने की कोई इच्छा नहीं है। हालांकि उन्होंने यह साफ-साफ कहा कि अगली बार कोई भी प्रधानमंत्री बने, वो उसे अपना समर्थन देने को तैयार हैं।