रिंकू भारद्वाज की रिपोर्ट :
बदायूं : यूपी के जनपद बदायूं के उघैती थाना क्षेत्र में रमेश जाटव के यहाँ शनिवार की रात बेटी की बरात बदायूं जिले के थाना जरीफनगर के गांव रसूलपुर से आई थी। रमेश ने बरात की खूब खातिर की और जैसे ही बरात चढ़नी शुरू हुई तो गांव के ही दो दर्जनों दबंगों ने बारात को गांव में घूमने से रोक दिया। मामला जैसे ही बढ़ा तो रमेश का बेटा सुरेश आ गया और गांव के लोगों को समझाने लगा, जिस पर दबंगों ने बरातियों और घरातियों को जमकर पीटा।
रमेश ने रात्रि में ही पुलिस को सूचना दी। सूचना देने के बाद पुलिस घटनास्थल पर समय पर नहीं पहुंची और। पुलिस जब पहुंची, तो मामले को रफा-दफा कर कर थाने आ गई, लेकिन रमेश ने थाने आकर कुछ नाम दर्ज और अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने अपना रंग दिखा दिया और मामला दबा दिया। उसके बाद जब खबर मीडिया में आग की तरह फैल गई, तब कुछ अधिकारियों के पास यह मामला पहुंचा। जिसके बाद उच्च अधिकारियों की लताड़ से उघैती पुलिस बैकफुट पर आ गई और दलित पीड़ित की तहरीर पर 5 नाम दर्ज और अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट व एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।
वहीँ दलित परिवार से मिलने के लिए रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नदीम शेख जिलाध्यक्ष और मोहम्मद अहमद और नूर जिला महासचिव,उनके घर पहुंचे। नदीम शेख ने बताया कि शाम तक अगर गिरफ्तारी नहीं होती है तो हम कप्तान साहब से मिलेंगे और और हम दलित परिवार को न्याय दिला कर ही दम लेंगे। इसके लिए हमें आंदोलन, अनशन व रोड जाम भी करना पड़ा तो करेंगे।
सूत्रों से पता चला है कि पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं कर रही है, लेकिन पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। रमेश का कहना है कि जल्द से जल्द पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं की तो हम गांव से पलायन कर लेंगे। घटना को 3 दिन हो चुके हैं, लेकिन पुलिस ने अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। पुलिस की कार्यप्रणाली से ग्रामीणों में रोष पनप रहा है। वहीं घटना के बाद दलित समुदाय के लोग दहशत में है।