चन्दौली : मजदुर दिवस पर चिलचिलाती धूप में माकपा, भाकपा, स्वराज अभियान व मजदूर किसान मंच ने संयुक्त रुप से गांधी पार्क में एक सभा की। सभा में बोलते हुए वक्ताओं ने कह कि जब से केन्द्र में चाहे राज्यों में संघी सरकार आई तब से मजदूरों के श्रम अधिकारों पर हमला हो रहा है। शार्ट टर्म रोजगार की अधिसूचना के जरिए मोदी सरकार ने श्रमिकों के अधिकारों पर नया हमला किया है। इससे मजदूरों की पक्की नौकरी और सुरक्षित रोजगार की सम्भावनाएं खत्म हो जायेगी। पूर्ववर्ती सरकारों ने मजदूरों से पहले स्थाई नौकरी छीन कर ठेके पर बेहद कम वेतन पर काम करने के लिए मजबूर किया और अब शार्ट टर्म रोजगार के जरिए बोनस, न्यूनतम मजदूरी, ईपीएफ और ईएसआई जैसी जो न्यूनतम जीवन व रोजगार सुरक्षा सम्बंधी सुविधाएं थी उन्हें भी छीन लिया जायेगा। वास्तव में अपने चार साल के कार्यकाल में मोदी सरकार कॉर्पोरेट हितों को पूरा करने में ही लगी रही और इसने देशी-विदेशी पूंजी घरानों के मुनाफे के लिए श्रम सुधारों के नाम पर श्रमिकों के प्रदत्त अधिकारों पर हमला किया है। इसलिए अबकी मजदूर दिवस को श्रम अधिकार रक्षा दिवस के रूप में हम लोग मना रहे हैं, क्योंकि मोदी सरकार ने देशी विदेशी पूंजीपतियों के मुनाफे बढ़ाने के लिए मजदूर आंदोलन को कुचला और अब बचे-खुचे अधिकारों को भी छीन रही है। ऐसे में मई दिवस की विरासत, जो कि पूरी दुनिया के मजदूर मानते हैं, उसको आगे बढ़ाने की जरुरत है। आज जरूरत है कि मजदूर विरोधी फासिस्ट भाजपा, संघी के मजदूर विरोधी चाल का भंडाफोड करे।
मजदूर मार्च का नेतृत्व व सभा को माकपा के राज्य कमेटी सदस्य श्री प्रसाद, भाकपा के राज्य कमेटी सदस्य सुकदेव मिश्र, स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के राज्य संयोजन समिति सदस्य अजय राय, महिला नेत्री डा0गीता शुक्ला, राम अचल यादव, लालमनि विश्वकर्मा, गीता राय, लालचन्द यादव, ऱामनिवास पाण्डेय, शिवमूरत राम ,भरत राम,नसीम ,धीरज प्रसाद ,तवरेज , जयनाथ ने संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता पत्थर खादान यूनियन के नेता मंहानन्द व रामकेश ने किया व संचालन शम्भुनाथ यादव ने किया।